Rajasthan

GK: चैंपियंस ट्रॉफी के बॉल का कितना होता है वजन, कैसे होता है इसका चयन? जानें ऐसे अनसुलझे सवालों के जवाब

Last Updated:March 06, 2025, 15:37 IST

Champions Trophy 2025 GK: आप में से अधिकांश लोग क्रिक्रेट देखने के शौकीन होंगे. लेकिन आप में से कितने लोगों को क्रिक्रेट में इस्तेमाल किए जाने वाले बॉल के वजन के बारे जानते हैं? अगर नहीं, तो नीचे इसके बारे में …और पढ़ेंGK: चैंपियंस ट्रॉफी के बॉल का कितना होता है वजन, कैसे होता है इसका चयन?

Champions Trophy GK: क्रिकेट बॉल का कितना होता है वजन?

हाइलाइट्स

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल 9 मार्च को दुबई में होगा.क्रिकेट बॉल का वजन कितना होता है?मैच में इस तरह के गेंदों का इस्तेमाल होता है.

GK Question: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए क्रिकेट मैच चल रहा है. इस ट्रॉफी का फाइनल मैच 9 मार्च को दुबई में खेला जाएगा. क्रिकेट देखने के लिए लोग इस कदर दीवाने होते हैं कि अपने काम तक को भी छोड़ देते हैं. इसके साथ अंधाधुन पैसे भी खर्च करने से पीछे नहीं हटते हैं. लेकिन आप में से कितनों को पता है कि क्रिकेट मैच में इस्तेमाल किए जाने वाले बॉल का वजन कितना होता है और इसका सरकम्फ्रेंस क्या होता है? साथ ही इसका चयन कैसे किया जाता है? अगर इन सवाल के जवाब नहीं जानते हैं, तो इसके बारे में नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं.

चैंपियंस ट्रॉफी के गेंद का वजन और आकारन्यूनतम वजन: 5.5 औंस (155.9 ग्राम)अधिकतम वजन: 5.75 औंस (163 ग्राम)न्यूनतम सरकम्फ्रेंस: 8.81 इंच (22.4 सेमी)अधिकतम सरकम्फ्रेंस: 9 इंच (22.9 सेमी)

गेंदों का चयनICC द्वारा स्वीकृत सफेद कूकाबुरा ‘टर्फ’ क्रिकेट गेंदों का इस्तेमाल मैचों में किया जाता है. मैच के दौरान किसी भी आवश्यक बदलाव के लिए उसी ब्रांड की अतिरिक्त गेंदें उपलब्ध कराई जाती है. फील्डिंग कप्तान या उसका नामित प्रतिनिधि ICC द्वारा दिए गए गेंदों में से एक गेंद चुन सकता है. चौथा अंपायर कम से कम 6 नई गेंदों को ड्रेसिंग रूम में सुरक्षित रखेगा और गेंद के चयन की निगरानी करेगा.

अंपायर के कंट्रोल में होता है गेंदजब खेल नहीं हो रहा होता है, तो अंपायर मैच की गेंदों को अपने कब्जे में रखता है. अंपायर समय-समय पर गेंद की स्थिति की अनियमित रूप से जांच भी करता है. विकेट गिरने, ड्रिंक्स ब्रेक, या किसी अन्य व्यवधान के दौरान गेंद को अपने कंट्रोल में रखता है.

नई गेंद का इस्तेमाल प्रत्येक फील्डिंग टीम के पास अपनी पारी के लिए दो नई गेंदें होती हैं. इनका इस्तेमाल वैकल्पिक ओवरों में किया जाता है, यानी प्रत्येक छोर से अलग-अलग गेंदों का प्रयोग होता है. 25 ओवर या उससे कम के मैचों में प्रत्येक टीम को अपनी पारी के लिए सिर्फ एक नई गेंद दी जाती हैं.

ये भी पढ़ें…CRPF, BSF, CISF, ITBP और SSB में नौकरी पाने का मौका, ग्रेजुएट करें आवेदन, बेहतरीन है सैलरीगांव से आए शहर, सोशल मीडिया से बनाई दूरी, JEE में मिला 100 पर्सेंटाइल, यहां से पढ़ने का है सपना


First Published :

March 06, 2025, 15:37 IST

homecareer

GK: चैंपियंस ट्रॉफी के बॉल का कितना होता है वजन, कैसे होता है इसका चयन?

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj