Rajasthan
जयपुर के मंदिरों में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए ठंडी तासीर के भोग. – हिंदी

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भगवान को ठंडक पहुंचाने के लिए अब ठंडे और ताजगी भरे पदार्थों का उपयोग हो रहा है. सुबह के बालभोग में ठंडा दही और पेड़ा, दोपहर के राजभोग में दाल, भात, छाछ और राबड़ी और शयन भोग में ठंडी रबड़ी, बादाम दूध और ठंडा पानी अर्पित किया जा रहा है. बड़े मंदिरों में ठाकुरजी के लिए एसी की भी व्यवस्था की गई है. सेवा में खसखस, केवड़ा और चंदन के इत्र का प्रयोग हो रहा है, जिनकी तासीर ठंडी मानी जाती है.