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राजस्थान के इन 3 गांवों में महिलाएं नहीं पहनती हैं घुंघरू वाली पायल, पैरों में आ जाती है सूजन! जानें वजह

Last Updated:March 21, 2025, 10:35 IST

Bundi News : राजस्थान के कोटा संभाग के बूंदी जिले में तीन गांव ऐसे हैं जहां आज भी महिलाएं घुघरू वाली पायजेब नहीं पहनती हैं. ग्रामीण अपने घरों पर पट्टी वाली पक्की छत नहीं डालते हैं. जानें इसके पीछे क्या धार्मिक …और पढ़ेंराजस्थान के इन 3 गांवों में महिलाएं नहीं पहनती हैं घुंघरू वाली पायल, जानें वजह

पूर्व सरपंच कांताबाई श्रृंगी देवी बताती हैं कि ऐसा करने पर अनिष्ट की आशंका रहती है.

हाइलाइट्स

बूंदी के तीन गांवों में महिलाएं घुंघरू वाली पायल नहीं पहनतीं.देव दोष के डर से मकानों पर पक्की छत नहीं डालते.आस्था के कारण गांव में पक्की छत डालने से अनहोनी होती है.

बूंदी. इसे मन की आस्था कहें या अंधविश्वास बूंदी जिले के साथेली इलाके के तीन गांवों के महिलाएं यहां पैरों में घुंघरू वाली पायजेब (पायल) नहीं पहन पाती हैं. यहां के लोग देव दोष के चलते अपने मकानों पर पट्टी की पक्की छत नहीं डाल पाते हैं. बूंदी जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर स्थित लीलेड़ा व्यवसान ग्राम पंचायत के साथेली, बथवाड़ा और अंथड़ा गांव के लोग आज तक अपने मकानों पर पट्टी वाली पक्की छत नहीं डाल पाए हैं. गांव के लोगों का कहना है कि इसका कारण गरीबी या कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है बल्कि यह क्षेत्र के लोगों की स्थानीय देवता के प्रति आस्था है. इस आस्था के केंद्र में रिक्तया भैंरुजी है. बताया जाता है कि ऐसा करने की उनकी ओर से की गई मनाही है.

गांव के कुछ संपन्न लोगों ने पहले अपने मकानों पर पक्की छत डालने की कोशिश की थी. लेकिन निर्माण के दौरान छत की पट्टियां टूट गईं और परिवार के किसी न किसी सदस्य के साथ अनहोनी हो गई. एक गांव में स्कूल की छत पर पट्टियों डालने की कोशिश की गई थी लेकिन वे टूट गई. इसके बाद से कोई भी पट्टी की पक्की छत डालने की हिम्मत नहीं कर पाया. गांव में दो आईएएस, दो आयकर अधिकारी, एक जज और सैकड़ों शिक्षक होने के बावजूद उनके मकानों पर भी पक्की छत नहीं है. इससे उनके परिवार कच्चे मकानों में ही रह रहे हैं. हां, अब कुछ लोग आरसीसी की छत डालने लगे हैं.

चबूतरे पर चढ़ने वाली कुंवारी कन्याओं से भी जुड़ा है मिथकपूर्व सरपंच कांताबाई श्रृंगी और वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार माथुर का कहना है कि गांव की महिलाएं यहां घुंघरू वाली पायजेब भी नहीं पहनती है. क्योंकि इनको पहनने पर उनके पैरों में सूजन आ जाती है. इसके साथ ही रिक्तया भैरुजी मंदिर के चबूतरे पर चढ़ने वाली कुंवारी कन्याओं को शादी के बाद भी वहां आना पड़ता है. वापस नहीं आने पर उनके घर-परिवार में समस्याएं आ जाती हैं.

नियमों को तोड़ने वाले लोगों के साथ अच्छा नहीं हुआआज के वैज्ञानिक युग में लोग अंतरिक्ष और चांद पर घर बनाने का मन बना रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इन गांवों के लोग देव दोष के भय के चलते अपने मकानों पर पक्की छत नहीं डाल पा रहे और महिलाएं घुंघरू वाली पायजेब नहीं पहन पा रही हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी इच्छा तो होती है लेकिन आस्था के चलते वे ऐसा करने में हिचकिचाते हैं. इन नियमों को तोड़ने वाले लोगों के साथ अच्छा नहीं हुआ. इलाके में रिक्तया भैरुजी की बड़ी आस्था है.

Location :

Bundi,Bundi,Rajasthan

First Published :

March 21, 2025, 10:35 IST

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राजस्थान के इन 3 गांवों में महिलाएं नहीं पहनती हैं घुंघरू वाली पायल, जानें वजह

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