इस आश्रम में चलती है राम नाम की करेंसी, यहां 500 के नोट भी है कागज बराबर, बाहरी दुनिया से दूर रहते हैं लोग

Last Updated:March 03, 2025, 17:26 IST
Nagaur Karunamoorthi Ashram: नागौर में एक अनोखा आश्रम है, जहां किसी भी तरह की करेंसी नहीं चलती है बल्कि भगवान राम के नाम की करेंसी चलती है. यहां पर रुपए का लेन-देन बिल्कुल वर्जित है. आश्रम में सिर्फ राम नाम की …और पढ़ेंX
करुणामूर्ति आश्रम
हाइलाइट्स
नागौर के आश्रम में राम नाम की करेंसी चलती है.आश्रम में रुपयों का लेन-देन वर्जित है.आश्रम में भौतिक सुख-सुविधाओं से दूर रहते हैं लोग.
नागौर. राजस्थान के नागौर जिले में एक ऐसा अनोखा आश्रम है जहां, पर किसी भी तरह के काम में रुपयों का लेन-देन नहीं होता है. यह आश्रम बाहरी जीवन से बिल्कुल अलग है. यहां पर किसी भी तरह की करेंसी नहीं चलती है बल्कि भगवान राम के नाम की करेंसी चलती है. यह अनेकों मंदिर नागौर जिले के भादवासी गांव में करुणामूर्ति आश्रम बना हुआ है. यहां पर रुपए का लेन-देन बिल्कुल वर्जित है. आश्रम में सिर्फ राम नाम की मुद्रा चलती है.
भौतिक सुख-सुविधाओं से रहते हैं दूर
यह आश्रम रामस्नेही सम्प्रदाय का है. संत गुलाब दास महाराज के शिष्य रहे मूर्तिराम महाराज की प्रेरणा से यह आश्रम बनाया गया था और उन्होंने ने ही इस आश्रम में रहने वाले संतों को रुपए, पैसे व भौतिक सुख सुविधाओं से दूर रहने का नियम बनाया था. यहां के संत पहनने के लिए एक जोड़ी से ज्यादा वस्त्र भेट नहीं लेते. आश्रम में संतों के आवागमन के लिए कोई वाहन नहीं है. आश्रम में भंडारा चलता है. हर समय भोजन की व्यवस्था रहती है, लेकिन भंडारे के लिए सिर्फ अनाज, आटा, सब्जी, तेल, मसाला आदि भेंट किया जाता है. नकद राशि भेंट नहीं चढ़ती है.
रामनाम ही भेंट, रामरक्षा ही आशीर्वाद
आश्रम की शुरुआत मूर्तिराम महाराज ने एक झोपड़ी बनाकर की थी. उस समय से यहां रुपए का लेन-देन वर्जित है. यहां आने वाले भक्त रामनाम स्मरण का संकल्प लेकर गुरु को रामनाम जपने को वचन देते हैं. गुरुजन भी भक्तों को रामरक्षा का आशीर्वाद देते थे. इस परम्परा का उनके शिष्य व संत मण्डली आज भी पूर्ण रूप से पालना करते हैं.
हर क्रिया के पीछे राम नाम
आश्रम के हर काम में राम नाम रहता है. जैसे सुबह उठने के साथ राम जी राम से अभिवादन किया जाता है. उसके बाद स्नानराम, आरतीराम, कथाराम हर क्रिया के पीछे रामनाम जोड़ा गया है.हर वस्तु के साथ भी राम नाम जुड़ा रहता है. जलराम, रोटीराम, छाछ राम, सब्जीराम, प्रसादराम. इस आश्रम में नमक को रामरस कहा जाता है.
Location :
Nagaur,Rajasthan
First Published :
March 03, 2025, 17:26 IST
homerajasthan
इस आश्रम में 500 के नोट भी है कागज बराबर, बाहरी दुनिया से दूर रहते हैं लोग