In this temple of Bharatpur, Kali Maa is present in child form, the mother changes her form. – News18 हिंदी
मनीष पुरी/भरतपुर: वैसे तो हर जगह पर काली मां की मूर्ति को रौद्र रूप में ही देखा जाता है. आप को हर जगह पर काली मां की मूर्ति देखने के लिए मिल जाएगी. लेकिन राजस्थान के भरतपुर जिले में काली मां का एक ऐसा मंदिर स्थित है. जहां पर काली मां बाल स्वरूप में विराजमान हैं. काली मां का यह मंदिर भरतपुर के प्राचीन मंदिरों में से एक मंदिर माना जाता है. यहां के लोग बताते हैं यह मंदिर भरतपुर की स्थापना से भी पहले का माना जाता है. इतना ही नहीं काली मां की यह मूर्ति अपना रूप बदलती रहती है.
मंदिर के पुजारी सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि भरतपुर के काली बगीची पर यह काली मां का मंदिर विराजमान है. इस मंदिर में प्राचीन मूर्ति स्थापित है. इस मूर्ति की खास बात यह है कि यह बाल स्वरूप में है. जबकि काली मां की मूर्ति अधिकतर रौद्र रूप में ही दिखाई देती है. पुजारी सुभाष चंद्र शर्मा का दावा है यह काली मां की मूर्ति बाल स्वरूप शायद ही भरतपुर के अलावा और कहीं देखई देंगी.
सैकड़ों वर्ष प्राचीन है मूर्ति
मंदिर के पुजारी बताते है कि यह मंदिर भरतपुर की स्थापना से भी प्राचीन माना जाता है. पुजारी बताते है कि इस मूर्ति का असली समय तो किसी को नहीं पता है. लेकिन पूर्वजों की मान्यता है कि यह मूर्ति भरतपुर की स्थापना से भी पहले की है और सैकड़ों वर्ष प्राचीन है.यह मूर्ति काले पत्थर से निर्मित मूर्ति है जोकि मंदिर में बहुत ही प्राचीन बरगद के वृक्ष के नीचे है.
यह मूर्ति की बदलती है अपना रूप
पुजारी ने बताया कि इस मूर्ति की खास बात यह है कि यह मूर्ति के चेहरे को अलग-अलग दिशा से देखने पर यह अलग-अलग रूप में नजर आती है.मूर्ति का चेहरा रूप बदलता हुआ दिखई देता है.पुजारी ने बताया कि नवरात्र के अवसर पर यहां पर विशेष आयोजन होते हैं.श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है.इसी मंदिर की वजह से क्षेत्र को काली बगीची क्षेत्र के नाम से भी पहचाना जाता है. श्रद्धालुओं में काली मां के प्रति अपार श्रद्धा है और लोगों की यहां हर मन्नत पूरी होती है.
.
Tags: Bharatpur News, Local18, Navratri
FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 13:57 IST