राजस्थान के इस मंदिर में पुलिसकर्मी ही करते हैं मां की पूजा-अर्चना, अध्यक्ष हैं महकमे के सबसे बड़े अधिकारी

Last Updated:April 05, 2025, 20:17 IST
भीलवाड़ा के पुलिस लाइन परिसर स्थित संतोषी माता मंदिर में पुलिसकर्मी पूजा अर्चना करते हैं. 1960-70 में बने इस मंदिर की देखरेख पुलिस अधीक्षक करते हैं. यहां भक्तों की अटूट श्रद्धा है.X
पूजा अर्चना करते पुलिसकर्मी
हाइलाइट्स
भीलवाड़ा के संतोषी माता मंदिर में पुलिसकर्मी पूजा करते हैं.मंदिर की देखरेख पुलिस अधीक्षक द्वारा की जाती है.यहां भक्तों की अटूट श्रद्धा और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
भीलवाड़ा : आमतौर पर देखा जाता है कि हर मंदिर में पुजारी या पंडित ही माता रानी की पूजा अर्चना करते हैं. वहीं मारवाड़ जैसलमेर में जैसे तनोट माता की सैनिक आरती पूजा अर्चना करते है. उसी तरह मेवाड़ के भीलवाड़ा में भी एक ऐसा ऐतिहासिक मंदिर है, जहां पर पुलिसकर्मी माता की पूजा अर्चना करते है. यह प्रदेश में एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां पर पुलिसकर्मियों द्वारा पूजा अर्चना की जाती है.
जी हां, हम बात कर रहे हैं भीलवाड़ा शहर में पुलिस लाइन परिसर स्थित प्रसिद्ध संतोषी माता मंदिर की. जिसका निर्माण सन् 1960 से 70 के बीच करवाया गया और तभी से इस मन्दिर में पुलिस विभाग ही पूजा अर्चना करता आ रहा है. यही नहीं मन्दिर के अध्यक्ष भी पुलिस अधीक्षक हैं जो मंदिर की देखरेख के साथ ही यहां पर होने वाले खर्च का लेखा-जोखा रखते है. यहां पर सुबह-शाम की आरती पुलिसकर्मियों द्वारा ही की जाती है जिसमें भारी संख्या में शहरवासी भी मौजूद रहते है और जब भी शहर में कोई बड़ा संकट आया है तो माता के सामने अर्जी लगाई गई है और माता ने शहर की रक्षा भी की है. इस मन्दिर की लोगों में काफी आस्था भी है और वह अपनी मन्नत का धागा भी बांधते है.
पूजा अर्चना करने वाले हेडकांस्टेबल जमना लाल खारोल ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि यह संतोषी माता का प्राचीन मंदिर है. मंदिर निर्माण के बाद जब मेवाड़ मील एमबीसी उदयपुर चली गई थी. तब उन्होंने इसे पुलिस विभाग के सुपुर्द कर दिया था. उसके बाद से ही यहां पर पुलिसकर्मियों द्वारा ही पूजा अर्चना की जा रही है. इसके पुलिस अधीक्षक अध्यक्ष हैं और उनकी ही देखरेख में यहां पर व्यवस्थाएं और सुरक्षा होती है.
माता रानी में पुलिसकर्मियों के साथ भक्तों की अटूट श्रद्धा है. कभी शहर में कोई बड़ा संकट आया या कानून व्यवस्था बिगड़ी है तो माताजी के सामने अर्जी लगाई गई और माता ने शहर की रक्षा की है और सारे संकट हर लिए. यहां पर तनोट माता की तर्ज पर ही पुलिस विभाग आए हुए दान से विकास करवाता है. यहां पर नवरात्री महोत्सव, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव और अन्नकुट महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाए जाते है. यहां पर दिन में दो बार पुलिसकर्मियों द्वारा आरती की जाती है. नवरात्रि को लेकर यहां विभिन्न तरह के आयोजन किए जाते है, जिसमें भजन संध्या और मात की विशेष आरती की जाती है.
प्रदेश भर से आते हैं भक्त श्रद्धालु रेखा वैष्णव ने कहा कि मैं यहां 22 साल से पूजा अर्चना करने आ रही हूं. इसके साथ ही मेरे सभी रिश्तेदार भी यहीं पर आते है. यहां पर हमारी हर मनोकामनां पूर्ण होती है यहां मान्यता है कि कोई अपनी मनोकामनां को लेकर 16 शुक्रवार व्रत रखकर माता की पूजा करता हैं तो उसकी वह मनोकामना पूर्ण हो जाती है. माता को प्रसाद के तौर पर गुड़-चना का भोग लगाया जाता है. वहीं मां संतोषी के दर्शन मात्र से ही सुख-समृद्धि का वास हो जाता है.
Location :
Bhilwara,Rajasthan
First Published :
April 05, 2025, 20:17 IST
homerajasthan
इस मंदिर में पुलिसकर्मी ही करते हैं मां की पूजा-अर्चना, अध्यक्ष हैं यह