सर्दियों में केवलादेव पार्क बन जाता है अजगरों का सबसे बड़ा ठिकाना, पेड़ों और झाड़ियों पर लिपटे दिखाई देते हैं, जानें इसकी वजह!

Last Updated:December 05, 2025, 17:39 IST
सर्दियों में भरतपुर का केवलादेव नेशनल पार्क अपनी खूबसूरती और जीवंतता के लिए प्रसिद्ध हो जाता है. इस दौरान प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट पार्क को जीवंत बनाती है और विशालकाय अजगर पर्यटकों के लिए रोमांच का अनुभव लाते हैं. सर्दियों की धूप अजगरों के लिए अनुकूल होती है, इसलिए वे पेड़ों, झाड़ियों और घास के मैदानों पर धूप सेंकते दिखाई देते हैं.
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भरतपुर. सर्दियों का मौसम शुरू होते ही भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है. जहां एक ओर दुनिया भर से आने वाले प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट पार्क को जीवंत कर देती है, वहीं दूसरी ओर ठंड के दिनों में यहां दिखाई देने वाले विशालकाय अजगर पर्यटकों के लिए एक अलग ही रोमांच लेकर आते हैं. इस मौसम में पार्क अजगरों का सबसे बड़ा और सुरक्षित आशियाना बन जाता है, भरतपुर और आसपास के ग्रामीण इलाकों से रेस्क्यू किए गए कई अजगरों को भी पार्क के सुरक्षित वातावरण में छोड़ दिया जाता है, जहां वे प्राकृतिक माहौल में आराम से रहते हैं.
पार्क प्रशासन के अनुसार सर्दियों की धूप अजगरों के लिए बेहद अनुकूल रहती है, क्योंकि यह रेंगने वाले जीव ठंडे खून वाले होते हैं और शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए उन्हें हल्की धूप की जरूरत पड़ती है. यही कारण है कि दिसंबर-जनवरी के दौरान पार्क में पेड़ों, झाड़ियों, घास के मैदानों और सूखे तनों पर बड़े-बड़े अजगर लिपटे हुए दिखाई देते हैं. कई अजगर पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं, अजगरों का यह धूप सेंकने का स्वाभाविक व्यवहार हर साल सैकड़ों सैलानियों को अपने कैमरों का रुख इस ओर करने पर मजबूर कर देता है.
अजगरों का यह प्राकृतिक नजारा केवलादेव नेशनल पार्क की खास पहचान
पार्क में सुबह की धूप अजगरों को बाहर आने के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल मानी जाती है. इस दौरान पर्यटक वॉच टावरों, जंगल पगडंडियों और झीलों के किनारों पर घूमते हुए इन्हें आसानी से देख सकते हैं. कई विदेशी सैलानी तो केवल इस अनोखे दृश्य को देखने के लिए ही सर्दियों में भरतपुर का रुख करते हैं. सोशल मीडिया पर भी अजगरों की तस्वीरें और वीडियो खूब वायरल होते हैं, जिससे पार्क की लोकप्रियता और बढ़ जाती है. केवलादेव पार्क प्रशासन का कहना है कि अजगर आमतौर पर शांत स्वभाव के होते हैं और इंसानों पर हमला नहीं करते.
फिर भी सुरक्षा के लिहाज से पर्यटकों को इन्हें दूर से देखने की सलाह दी जाती है और किसी भी तरह की आवाज़ या हरकत से इन्हें परेशान न करने के निर्देश दिए जाते हैं. पार्क रेंजर लगातार गश्त करते हैं, ताकि न अजगरों को खतरा हो और न ही पर्यटकों की सुरक्षा पर कोई असर पड़े. हर साल बढ़ती भीड़ यह साबित करती है कि सर्दियों में अजगरों का यह प्राकृतिक नजारा केवलादेव नेशनल पार्क की खास पहचान बन चुका है. पक्षियों के स्वर्ग के रूप में मशहूर यह पार्क अब वन्यजीव अनुभव की तलाश में आने वाले हर पर्यटक को आकर्षित करता है.
About the AuthorMonali Paul
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
December 05, 2025, 17:39 IST
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देखिए केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर में सर्दियों में अजगरों का अनोखा नजारा



