Rajasthan

छुट्टी पर आया था सेना का जवान, दुखी मन से पहुंचे एसपी ऑफिस, अचानक रोने लगे SP के सामने, फिर…. – Indian army man who posted in Assam returned to Ajmer reaches SP Office suddenly start weeping bitterly reason will shock you surely

अजमेर. भारतीय सेना में असम में तैनात अजमेर निवासी सैनिक के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने रेस्टोरेंट में रिव्यू के अलग-अलग टास्क सेना के जवान को दिए. फिर झांसे में लेकर 5.43 लाख रुपये हड़प लिए. पीड़ित सैनिक ने अजमेर एसपी से मुलाकात की और साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. अजमेर साइबर थाने के एसआई मनीष चरण ने बताया कि किशनगढ़ निवासी जितेंद्र यादव ने शिकायत देकर बताया कि वह 2012 से भारतीय सेना में कार्यरत हैं. फिलहाल असम में पोस्टेड हैं. 10 सितंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया. फिर व्हाट्सऐप पर मैसेज आया जिसमें रेस्टोरेंट में डेमो रिव्यू और 5 स्टार नंबर देने पर प्रॉफिट का लालच दिया गया.

जैसे ही टास्क पूरा हुआ, बैंक अकाउंट की जानकारी मांगी गई. सेना के जवान ने बैंक डिटेल दे दी. फिर उन्हें दूसरे टास्क के लिए टेलीग्राम के ग्रुप में जोड़ लिया गया. पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया, ‘कॉइनडीसीएक्स डिजिटल मार्केटिंग कंपनी के टेलीग्राम ग्रुप में उसे जोड़कर पुराने टास्क के 210 रुपये ट्रांसफर किए गए. खाते में पैसे आते ही जवान को ठगों ने झांसे में लिया. बाद में ठगों ने अलग-अलग टास्क दिए. जवान ने टास्क पूरे किए और स्क्रीनशॉट हर ग्रुप के संबंधित प्रतिनिधि को भेजे.

गौर करने वाली बात यह है कि हर टास्क को पूरा करने से पहले जवान से भी पैसे लिए जाते थे और बाद में डबल करके लौटाए जाते थे. ठगों का तरीका नायाब था, जवान उनकी चाल को समझ नहीं पाया.पीड़ित आर्मी जवान ने बताया कि हर टास्क के नाम पर पैसे लिए गए. झांसे में लेकर ठगों ने लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन करवा लिया. जब जवान ने पैसा मांगा तो ठगों ने कहा कि आपका क्रेडिट स्कोर 80 पॉइंट है. 100 पॉइंट होने पर ही दोगुने पैसे का भुगतान किया जाएगा. इतना सुनते ही जवान का दिमाग घूम गया और अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ. पीड़ित ने बताया उसके साथ करीब 5.43 लाख की ठगी की गई है.

FIRST PUBLISHED : October 4, 2024, 02:15 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj