हिन्द का नया हीरो, पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दिलाई 18 साल वाले सचिन तेंदुलकर की झलक, ये हैदराबादी तो फायर निकला
नई दिल्ली. हीरो कैसे पैदा होते हैं! जब परिस्थित असामान्य हो, देश काल समय सब आपके सामने चुनौती लेकर खड़े हों और तब आप अपने अन्दर के लोहे से दुनिया को पिघला दें. फ़िल्में तो देखते ही होंगे ना. जिसको सब मार रहे हैं उसको आपने भी दो तमाचे मार दिए तो किस बात के हीरो! लेकिन विलेन जब भारी पड़ रहा हो, आपके अपने उसके चंगुल में फंस गए हो लेकिन फिर भी आप उसके जबड़े से सबको बचा लाये तब हुए आप हीरो. जितना बड़ा विलेन उतना बड़ा हीरो.
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर टीम इंडिया की हालत गंभीर थी. क्या रोहित क्या विराट क्या राहुल सब पवेलियन पहुंच चुके थे. ऊपर से ऑस्ट्रेलिया का पहाड़ जैसा 474 का स्कोर. दिन की शुरुआत में जब भारत ने ऋषभ पन्त को खोया तो धीर-गंभीर रहने वाले सुनील गावस्कर ने भी आपा खो दिया. लेकिन उसके बाद जो हुआ वो प्रॉपर बॉक्स ऑफिस था.
फ्लैशबैक में चलते हैं. आंध्र प्रदेश के रहने वाले मुत्याला रेड्डी हिंदुस्तान जिंक कंपनी में काम करते थे. एक दिन उन्होंने अपने 5 साल के बेटे नीतीश रेड्डी को प्लास्टिक के बल्ले से क्रिकेट खेलते देखा तो लगा कि ये कुछ कर जाएगा.
कट 2- नीतीश जब 12-13 साल के थे तब मुत्याला रेड्डी का उदयपुर ट्रांसफर हो गया. सीनियर रेड्डी को लगा कि ट्रांसफर के बाद नीतीश का क्रिकेट ख़राब हो जायेगा. उन्होंने नौकरी छोड़ दी. बड़े ताने सुनने पड़े. पैसे की तंगी भी हुई. लेकिन उन्होंने नीतीश के क्रिकेट पर पूरा ध्यान दिया.
कट 3- दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में से एक मेलबर्न में लगभग 70000 लोगों के बीच नीतीश रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी विकेट की साझेदारी में शतक बना कर भारत को बचाया. मुत्याला रेड्डी इन्हीं दर्शकों के बीच मौजूद है जिनका इंटरव्यू करने खुद आल टाइम ग्रेट एडम गिलक्रिस्ट वहीं पहुंच गए.
और इस शतक की कहानी भी अपने आप में ज़बरदस्त ट्विस्ट एंड टर्न की है. जब 50 बना तो नीतीश ने ब्लॉकबस्टर फिल्म “पुष्पा” का जो सेलेब्रेशन किया वो आज के सबसे वायरल वीडियो में से एक है. लेकिन सबसे बड़ा रोमांच तो तब आया जब नीतीश जब 99 रन पर थे, और जसप्रीत बुमराह के रूप में भारत ने अपना नौवां विकेट खो दिया. इसके बाद मोहम्मद सिराज ने पैट कमिंस की तीन गेंदों कादृढ़ता से सामना किया. हर बॉल पर स्टेडियम में इतनी तालियां बज रही थी, जैसे सिराज ने छक्का मार दिया हो. अगले ओवर में नीतीश रेड्डी ने स्कॉट बोलैंड की गेंद पर बॉलर के ऊपर से शॉट लगाकर अपना ये ऐतिहासिक शतक ठोक दिया.
105 रनों पर नाबाद नीतीश इस शतक के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी जमीन पर भारत के लिए टेस्ट शतक जमाने वाले तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बन गए. पहले नंबर पर ना भूतो ना भविष्यति सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने 18 साल 256 दिन की उम्र में 1992 में सिडनी टेस्ट में शतक जमाया था और दूसरे नंबर ऋषभ पंत हैं जिन्होंने 21 साल 92 दिन की उम्र में 2019 सिडनी में ही शतक ठोका था.
नीतीश ने एक स्ट्रेट ड्राइव तो ऐसी मारी कि क्रिकेट प्रशंसकों को उसमें सचिन तेंदुलकर की झलक दिखी. सचिन तेंदुलकर ने अपने पहले ऑस्ट्रेलियाई दौरे के पांचवीं पारी में शतक जड़ा था. ऋषभ पंत ने ये कारनामा सातवीं पारी में किया. वहीं रेड्डी ने छठी पारी में शतक ठोक दिया. रेड्डी इस दौरे पर अब तक 1 शतक की बदौलत 284 रन बना चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 16:17 IST