निवेश और व्यापार के अवसर

जयपुर. राजस्थान में हर साल 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थान दिवस मनाया जाता है, जिसके लिए प्रवासी राजस्थानियों के संगम हेतु भव्य आयोजन जयपुर के सीतापुरा स्थित JECC सेंटर में आयोजित किया गया. यह आयोजन राज्य की कला, संस्कृति, आर्थिक निवेश और प्रवासी समाज के महत्व को दर्शाने के लिए आयोजित किया जाता है. इसमें देश-विदेश और भारत के अलग-अलग राज्यों से प्रवासी राजस्थानी, जिनमें खासतौर पर दिग्गज उद्योगपति शामिल हैं, भाग लेते हैं. राजस्थान प्रवासियों के लिए सिर्फ कला और संस्कृति का केंद्र ही नहीं है, बल्कि यह स्टार्टअप, पर्यटन, संस्कृति, रियल एस्टेट, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं का भी हब है, इसी कारण हर साल हजारों प्रवासी राजस्थानी इस आयोजन में शामिल होते हैं.
लोकल-18 ने प्रवासी राजस्थान दिवस के दौरान कई प्रवासी और व्यवसायिक प्रतिनिधियों से बात की. दिल्ली से आए जगदीश विश्नोई का कहना है कि दुनियाभर में राजस्थान के व्यापारियों का निवेश है, और अब वे राजस्थान में निवेश की संभावनाओं को तलाशने आए हैं. जगदीश विश्नोई के अनुसार राजस्थान में औद्योगिक क्षेत्र से लेकर सड़कों की कनेक्टिविटी तक निवेश के लिए पहले से काफी बेहतर हो गई है, जिससे प्रवासी राजस्थानी अब यहां बेझिझक निवेश कर सकते हैं. दिल्ली से आए भजनलाल विश्नोई ने कहा कि वह जालौर के रहने वाले हैं और दिल्ली में व्यवसाय करते हैं, लेकिन अब वे अपने घर राजस्थान में निवेश की संभावनाओं की तलाश में हैं. उनके अनुसार राजस्थानी प्रवासियों के लिए यह मंच सबसे उपयुक्त है, जहां उनके निवेश की संभावनाओं को पूरा किया जा सकता है.
राजस्थानी प्रवासियों के लिए निवेश का महाकुंभ
JECC में दुनियाभर से आए दिग्गज उद्योगपति और शिक्षाविदों के लिए यह अनोखा मंच और संगम है, प्रवासी राजस्थानी इस अवसर का लाभ उठाकर राजस्थान की आर्थिक मजबूती के लिए लाखों करोड़ों का निवेश करने पहुंचे हैं. लोकल-18 से बात करते हुए लखनऊ से आए एस आर ग्रुप्स के प्रोफ़ेसर शैलेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि राजस्थान में निवेश की संभावनाओं की कोई सीमा नहीं है. आने वाले समय में सोलर एनर्जी, ईवी हब और खनिज संसाधनों में निवेश सबसे उपयुक्त विकल्प हैं. इसके अलावा, टेलीमेडिसिन क्षेत्र में भी निवेश के लिए बेहतरीन अवसर हैं. JECC में भारत के सभी प्रमुख शहरों से छोटे-बड़े उद्योगपति पहुंचे हैं, जो राजस्थान में निवेश की संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं. प्रवासी राजस्थानियों की नजर न केवल बड़े शहरों पर, बल्कि गांव-गांव तक में रोजगार सृजन की संभावनाओं पर भी केंद्रित है.
निवेश के लिए पर्यटन और हैंडिक्राफ्ट का हब – राजस्थान
लोकल-18 से बात करते हुए संदीप भार्गव ने कहा कि वह राजस्थान में जन्मे हैं, लेकिन व्यापार के कारण दिल्ली में रहते हैं. उनका दिल आज भी राजस्थान से जुड़ा हुआ है, राजस्थान में निवेश के अवसरों में जयपुर, जोधपुर और उदयपुर ही नहीं, बल्कि हर शहर पर्यटन का हब है. यहां देश-विदेश के राजस्थानी प्रवासियों के लिए अनेकों निवेश संभावनाओं के दरवाजे खुले हैं. राजस्थान के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम जैसे क्षेत्र चाहे वह ज्वेलरी हो, मार्बल, लकड़ी या कीमती पत्थर दुनियाभर में मांग में हैं. इसके अलावा, सरकार की नीतियां भी प्रवासी राजस्थानियों के लिए नए अवसर खोलती हैं, निवेश के लिए राजस्थान की बेहतरीन कनेक्टिविटी, स्थानीय लोग और वातावरण भी इसे दुनियाभर के लिए खास बनाते हैं.
राजस्थान के निवेश विज़न का सबसे बड़ा मंच – प्रवासी राजस्थानी दिवस
जयपुर में ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025’ के लिए लंबे समय से तैयारियां चल रही थी. 10 दिसंबर को जेईसीसी सभागार में राजस्थान के वैश्विक प्रवासी एकजुट हुए, इस समारोह का मुख्य उद्देश्य देश और दुनिया के प्रवासी राजस्थानियों के साथ आपसी संबंधों को मजबूत करना, राज्य की आर्थिक और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना है. इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल और दुनियाभर के व्यवसायिक टाइकून शामिल हुए. इस साल प्रवासी राजस्थान दिवस के कार्यक्रम में करोड़ों रुपए के निवेश और MOU के साइन होने की संभावना भी है.



