भारत से ईरान सीख रहा जंग के दांव पेंच, इजरायल से युद्ध के बीच इंडियन नेवी पहुंची बंदर अब्बास, इस ड्रिल में क्या-क्या होगा
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नई दिल्ली. हमास के पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमले के बाद से पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव का माहौल है. इस जंग में हिजबुल्लाह के बाद से ईरान की भी एंट्री हो गई है. ईरान ने दूसरी बार इजरायल पर 200 से ज्यादा रॉकेटों से हमला बोला है. अब इजरायल ने जवाबी हमले की धमकी दी है. इन दोनों के तनावपूर्ण संबंधों के साथ ही भारत की भी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है. यूक्रेन और रूस की जंग को खत्म कराने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की कोशिशों को एक ओर तो पूरी दुनिया में समर्थन मिल रहा है. साथ ईरान और इजरायल की जंग को रोकने की दिशा में भी भारत की एक बड़ी भूमिका हो सकती है.
भारत के संबंध इजरायल और ईरान दोनों के साथ ही घनिष्ठ संबंध है. इसका नजारा एक बार फिर से पूरी दुनिया के सामने आ गया है. जी हां… भारत ईरान के साथ इस गहरे वक्त में एक नौसैनिक अभ्यास कर रहा है. इसके लिए इस वक्त भारत के नौसैनिक युद्धपोतों का एक बेड़ा ईरान के बंदर अब्बास पहुंच गया है. इससे पूरी दुनिया में हलचल मच गई है. यह पूरा नौसैनिक अभ्यास ऐसे वक्त में हो रहा है, जब ईरान और इजरायल एक जंग के मुहाने पर खड़े हैं. ईरान से अच्छे संबंध न केवल मिडिल ईस्ट में भारत को आसान पहुंच में मदद करेंगे, बल्कि गाढ़े वक्त में कच्चे तेल के आयात को जारी रखने में भी मदद करेगा.
ईरान के साथ भारतीय नौसेना का अभ्यासभारतीय नौसेना ने 2 अक्टूबर को इसकी घोषणा करते हुए जानकारी दी कि INS तिर, जमीन और पानी पर जलने वाला युद्धपोत INS शार्दुल और भारतीय तटरक्षक बल के अपतटीय गश्ती पोत सहित उसका नौसैनिक बेड़ा दक्षिणी ईरानी बंदरगाह शहर बंदर अब्बास पहुंच गया है. भारतीय युद्धपोत फारस की खाड़ी में एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास करेंगे. यह अभ्यास ऐसे समय में हुआ है, जब ईरान ने 1 अक्टूबर को इजराइल पर लगभग 200 मिसाइलों का हमला किया था. इन मिसाइलों को ज्यादातर हवा में ही मार गिराया गया या वे अपने लक्ष्य से चूक गईं. जिससे मध्य पूर्व में संघर्ष बढ़ गया है. जो अब इस बात पर निर्भर करता है कि इजराइल जवाबी कार्रवाई कैसे करता है. अमेरिका मिडिल ईस्ट में F-15E, F-16 और A-10 के तीन अतिरिक्त विमान स्क्वाड्रन भी तैनात कर रहा है.
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पीएम मोदी की मध्यस्थताईरान के साथ इस टकराव को पूर्ण पैमाने पर युद्ध में बदलने से रोकने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया और संयम और कूटनीतिक समाधान की अपील की है. भारत के हाल ही में सक्रिय संघर्ष में उलझे दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध हैं. भारत ने 2023 में इजराइल के साथ एक द्विपक्षीय समझौता किया. जिसके तहत वह यहूदी देश में 100,000 भारतीय श्रमिकों को भेजेगा. साथ ही, नई दिल्ली ने ईरान के चाबहार बंदरगाह में भी निवेश किया है. मई 2024 में, वर्षों की बातचीत के बाद, नई दिल्ली और तेहरान ने चाबहार बंदरगाह को विकसित करने के लिए एक दीर्घकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए.
Tags: Indian army, Indian navy, Iran news
FIRST PUBLISHED : October 3, 2024, 17:14 IST