इजरायल-हमास संघर्ष: गाजा में इजरायल की रणनीति और भविष्य की योजनाएं.

Last Updated:March 19, 2025, 13:47 IST
Israel-hamas News: इजरायल के विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल एडेन बार टैल ने ‘फर्स्टपोस्ट’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि इजरायल गाजा में हमास को हटाने और बंधकों को छुड़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने हमास के खिलाफ और कार्रवाई के संकेत दिए
क्या हमास पर अभी और मुसीबत का पहाड़ टूटेगा, क्या गाजा में इजरायल एक और ग्राउंड ऑपरेशन करेगा? सीजफायर टूटने के बाद ये सवाल उठ रहे हैं. इन सभी सवालों का अब जवाब मिल गया है. ‘फर्स्टपोस्ट’ को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इजरायल के विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल एडेन बार टैल ने हमास के साथ जारी संघर्ष और इजरायल के रणनीतिक उद्देश्यों पर बात की. एडेन बार टैल ने हिजबुल्लाह और हूती जैसे ईरान समर्थित संगठन के खतरे पर भी विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि गाजा में जारी संघर्ष में इजरायल ने अब तक करीब 200 बंधकों को छुड़ा लिया है. हालांकि, 59 बंधक अब भी बंधक हैं और इजरायल उन्हें छुड़ाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है.
फर्स्टपोस्ट की एडिटर पलकी शर्मा के साथ खास बातचीत में डायरेक्टर जनरल एडेन बार टैल ने कहा कि हमास ने संघर्ष विराम के दौरान हथियार और आतंकवादी फिर से संगठित कर लिए.इजरायल की प्राथमिकता गाजा से हमास को हटाना और बंधकों को सुरक्षित वापस लाना है. उन्होंने भारत और इजरायल के मजबूत होते संबंधों पर भी खुशी जाहिर की और कहा कि दोनों देश मिलकर आतंकवाद से लड़ सकते हैं. बार टाल ने कहा कि अमेरिका और अन्य देशों का समर्थन इजरायल के लिए महत्वपूर्ण है और इजरायल गाजा में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
फर्स्टपोस्ट ने सवाल किया कि इजरायली हवाई हमले में गाजा में लगभग 400 लोग मारे गए हैं. क्या ये कहना सही होगा कि संघर्ष विराम खत्म हो गया है? इस पर एडेन बार टैल ने कहा कि छह हफ्ते के संघर्ष विराम के बाद समझौते के 42वें दिन औपचारिक रूप से युद्धविराम समाप्त हो गया. इस दौरान बंधकों को रिहा किया गया था. दुर्भाग्य से कुछ बंधकों को मृत अवस्था में रिहा किया गया. समझौते के मुताबिक 42वें दिन के बाद कोई युद्धविराम नहीं था. इस दौरान इजराइल ने किसी भी सैन्य कार्रवाई से परहेज किया और मध्यस्थों को वापसी के प्रस्ताव पर बातचीत करने के लिए समय दिया. हालांकि, हमास ने इस समय का इस्तेमाल फिर से हथियार जुटाने, आतंकवादियों की भर्ती करने और हमले की अतिरिक्त जगहों को तैयार करने के लिए किया. यहां तक कि हमास अभी भी आगे और हमले की योजना बना रहा है, हालांकि 7 अक्टूबर की तरह बड़े पैमाने पर नहीं, क्योंकि उनके पास अब उतनी क्षमता नहीं है. लेकिन उनका इरादा वही है.
फर्स्टपोस्ट ने एक और सवाल दागा. पूछा कि क्या इस हवाई हमले के बाद जमीनी कार्रवाई होगी, जैसा कि हमने पहले देखा था? इस पर उन्होंने कहा कि गाजा में एक और जमीनी कार्रवाई से इजरायल पीछे नहीं हटेगा. हम इजरायली योजनाओं के बारे में और जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकते. लेकिन हम बंधकों को मुक्त कराने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे. मैं यही कहूंगा कि हमास ने जिस युद्ध की शुरुआत की है, उसके मकसद इजरायली कैबिनेट ने शुरू से ही तय कर लिए थे और उनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है.
इस आक्रमण में इजरायल के क्या लक्ष्य हैं और क्या एक साल से ज्यादा समय से चल रही लड़ाई में इजरायल ने इनमें से कोई लक्ष्य हासिल किया है? इस सवाल के जवाब में एडेन ने कहा कि सबसे पहले तो ऑपरेशनल दिक्कतों के चलते ये जंग लंबी चली है. हमने निहत्थे नागरिकों को नुकसान से बचाने की पूरी कोशिश की है, जो बेहद चुनौतीपूर्ण है. मुझे नहीं लगता कि दुनिया की कोई और सेना इजरायल की तरह काम करेगी. ब्रिटेन और अमेरिका समेत दुनियाभर के स्वतंत्र विशेषज्ञों ने इसका विश्लेषण किया है और वैज्ञानिक रूप से इसकी पुष्टि की है.
इजरायल दुनिया की एकमात्र ऐसी सेना है जिसने तमाम मुश्किलों के बावजूद नागरिकों की मौत का आंकड़ा कम रखा है. हमास नागरिकों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करता है. खुद को बचाने के लिए उनके घरों और परिवारों का इस्तेमाल करता है. यही वजह है कि संघर्ष लंबा चला है क्योंकि हमारी प्राथमिकता मानव जीवन हैं. हमास आबादी के बीच खुद को छुपाकर रखता है. रस्मी मौकों को छोड़कर वे कभी वर्दी नहीं पहनते. जंग के दौरान वे रिहायशी इलाकों में घुस जाते हैं. घरों, सार्वजनिक इमारतों और बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल लड़ाई की जगहों के तौर पर करते हैं. इससे ऑपरेशन जटिल हो जाता है लेकिन हम जीत हासिल करने और बेगुनाह लोगों की जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
March 19, 2025, 13:47 IST
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क्या गाजा में एक और ग्राउंड ऑपरेशन करेगी इजरायली सेना? इजरायल ने बताया प्लान