Israel-Hamas War: इजरायली महिला के नग्न शव की परेड निकालते हमास के आतंकियों की तस्वीर ने जीता अवॉर्ड, लोगों का फूटा गुस्सा | Photo of Hamas terrorists parading naked Israeli woman won Award
Her name is SHANI LOUK.
🔥She was RAPED.
Raped so brutally her legs were broken and bent backwards from her body
🔥She was MURDERED.
Her murderers paraded her dead body through Gaza and defiled it.
🔥She was DECAPITATED.
Her body has yet to be recovered, only a piece of… pic.twitter.com/BCCKyU7HI2
— The Persian Jewess (@persianjewess) March 28, 2024
गैंगरेप के बाद महिला के नग्न शव की निकाली थी परेड
जिस महिला के नग्न शव की हमास के आतंकियों ने परेड निकाली उसकी उम्र 23 साल थी। उसका नाम सनि लौक था। हमास के आतंकियों ने इस महिला का पहले गैंगरेप किया फिर उसे कई शारीरिक और यौन यातनाएं दी जिससे उसकी मौत हो गई। हमास के आतंकियों का इससे भी नहीं भरा तो उन्होंने बेहद शर्मनाक और अपमानजनक तौर पर महिला के नग्न शव को खुली जीप (Hamas parading naked body of Israeli woman) में रखकर परेड निकाली। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तो वायरल हुई ही साथ ही इसने हमास की अमानवीयता और बर्बरता को पूरी दुनिया के सामने लाकर झकझोर दिया था। ये तस्वीर उन (Israel Hamas War) 20 फोटो में से थी जिसने अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को पिक्चर्स ऑफ द ईयर जैसे अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार श्रेणियों में से एक में पहला पुरस्कार जीतने में मदद की थी।
I was a journalist for half my career, but I no longer recognize the morality of a profession that awards a photographer who accompanied Hamas when they raped, tortured, and massacred Shani Louk and displayed her naked body for Gazans to spit on. @RJI and @AP should be ashamed.
— Howard Lovy (@Howard_Lovy) March 29, 2024
लोगों ने कहा पत्रकारिता के लिए आज काला दिन
ये अवॉर्ड मिसौरी स्कूल ऑफ जर्नलिज्म में डोनाल्ड डब्ल्यू रेनॉल्ड्स पत्रकारिता संस्थान की तरफ से दिया जाता है। इस तस्वीर को ये अवॉर्ड मिला है जैसे ही ये खबर (Hamas Attack on Israel) सोशल मीडिया पर आई तो ये आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में लोग इस अवॉर्ड पर बिफर गए हैं। कई यूजर्स ने कहा है कि ये बेहद शर्मनाक और अपमानजनक है। ये एक बीमार होती मानसिकता को दिखाता है और ये पत्रकारिता के लिए एक ब्लैक डे की तरह है। किसी ने तो इसे नग्नता को प्रचारित करने वाली मानसिकता तक करार दिया।
Shani Louk, 22, became a symbol of the brutal Hamas attack after the world saw the picture of gunmen rushing her half-naked corpse back to Gaza on the back of a pick-up.The 22-year-old German-Israeli was among 364 people killed at the SuperNova Festival which she was attending… pic.twitter.com/I0KhTdWGsh
— ADOGEB INVESTMENTS LIMITED (@ADOGEB_LTD) March 29, 2024
As if the #October7 kidnapping, rape, mutilation and execution of #ShaniLouk, the German-Israeli 22-year-old, by #HamasNazis was not despicable enough, AP awarded their photographer, Ali Mahmud, who had prior knowledge of the #Hamas invasion of Israel and participated in the… pic.twitter.com/2F8kbZkmTV— Robert Barzelay 🇮🇱 🇳🇱 (@18PigsDontFly) March 25, 2024
इंस्टाग्राम पर फोटो तक किया था पोस्ट
इस मामले की संवेदनशीलता को इसी से समझा जा सकता है कि जब आयोजकों ने इस पुरस्कार का ऐलान किया था तो उन्होंने उसी तस्वीर को धंधुला कर अपने-अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थी लेकिन विवाद के बाद फिर से उसे हटा लिया गया था।
टैटू आर्टिस्ट थीं सनी लौक
बता दें कि सनी लौक के पास जर्मन और इजरायली नागरिकता थी। वो इज़राइल में रहती थीं उन्होंने अपना बचपन पोर्टलैंड, ओरेगॉन में भी बिताया था। यहां उन्होंने यहूदी पोर्टलैंड अकादमी में किंडरगार्टन में पढ़ाई की थी इसके बाद वो एक टैटू आर्टिस्ट के तौर पर काम कर रही थीं। 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान हमास के आतंकियों ने उन्हें गाज़ा पट्टी के पास से बंधक बना लिया था।
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