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ITBP Story: इकोनॉमिक्स में UG-PG, फिर ITBP में बने असिस्टेंट कमांडेंट, अब संभालेंगे ये बड़ी जिम्मेदारी

ITBP Story: अक्सर देखा गया है कि अगर आप शिद्दत के साथ अपने कामों को पूरा करते हैं, तो सफलता जरूर मिलती है. ऐसी ही कहानी इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के कैडर ऑफिसर की है, जिन्हें भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) सुरक्षा बल का एडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) नियुक्त किया गया है. यह केवल दूसरी बार है जब किसी नॉन IPS ऑफिसर को आईटीबीपी में इस पद पर प्रमोशन दिया गया है. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम संजीव रैना (ITBP Officer Sanjeev Raina) है. इससे पहले दिसंबर 2020 में 1986 बैच के कैडर ऑफिसर मनोज सिंह रावत को आईटीबीपी का एडीजी नियुक्त किया गया था.

ITBP में ADG बनाए गए संजीव रैना का सफर काफी दिलचस्प रहा है. उन्होंने न्यूज18 हिंदी से बातचीत में बताया कि वह नबंवर 1987 में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर ITBP को ज्वाइन किया था. इसके बाद ITBP एकेडमी मसूरी में उनकी ट्रेंनिग हुई. 1 साल की ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग इंडो चाइना बॉर्डर एरिया लद्दाख में हुई थी. इसके बाद वह डिप्टी कमांडेंट बनें. बाद में संजीव रैना सेकेंड इन कमान, बटालियन कमान के कमांडेंट, DIG, SDIG और IG के पद पर रहे हैं.

इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएटसंजीव रैना (Sanjeev Raina) मूलत: जम्मू और कश्मीर के रहने वाले हैं, लेकिन कुछ सालों पहले माइग्रेशन के समय में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शिफ्ट हो गए. उन्होंने मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के जीवाजी यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र छ्त्तीसगढ़ के राजनांदगांव में नक्सलियों द्वारा एक घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें राजनांदगांव के तत्कालीन SP वीरगति को प्राप्त हुए थे. तब ITBP को तैनात करने पर जोर दिया गया था. उसी दौरान काउंटर इंसर्जेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल (CIJWS) अस्तिव में आया है. इस स्कूल की नींव रखने की जिम्मेदारी भी संजीव रैना को दी गई थी और उन्होंने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया.

काउंटर इंसर्जेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल (CIJWS) क्या है?काउंटर इंसर्जेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल (CIJWS) में प्राइमरी तौर पर उन अधिकारियों या जवानों को ट्रेनिंग दी जाती है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात होने वाले होते हैं या तैनात हैं. इसके अलावा देश के अन्य पुलिस बल के जवान को भी यहां ट्रेनिंग मिलती है. इसके अलावा पड़ोसी देश के अधिकारियों को भी यहां ट्रेनिंग दी जाती है. यह स्कूल उत्तरकाशी के माही डंडा में स्थित है. यह स्कूल बेलगाम से संचालित होता है. CIJWS में संचालित यह कोर्स फिजिकली तौर पर बहुत ही चुनौतियों भरा होता है. इसमें उम्र की भी एक सीमा होती है. इसमें जवानों की आयु 35 वर्ष से नीचे होनी चाहिए. वहीं अधिकारियों की आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए.

आईटीबीपी में इन पदों पर होती है डायरेक्ट भर्तीITBP वर्ल्ड लेवल पर जानी मानी फोर्स है. जिनका कार्य क्षेत्र पर्वतीय और दुर्गम इलाका होता है, जिनकी चर्चा देशभर में होती है. कोई भी व्यक्ति अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार ITBP को ज्वाइन कर सकते हैं. इसमें डायरेक्ट कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट कमांडेंट के पदों पर होती है. ITBP से जुड़कर देश सेवा तो करते ही हैं और खुद को भी फिट रखते हैं. इसके साथ ही यहां जिंदगी को जीने का एक अंदाज भी सिखते हैं.

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Tags: ITBP jawan, UPSC

FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 12:12 IST

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