जेलेंस्की का ट्रंप से उठ गया भरोसा, पुतिन से लेंगे बदला, रूस के खिलाफ मैदान-ए-जंग में उतरेगी यूरोप की सेना!

Last Updated:February 15, 2025, 19:29 IST
Russia Ukraine war: रूस और यूक्रेन में तीन सालों से चली आ रही जंग को खत्म करने की कोशिशों के बीच वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि कोई भी शांति समझौता उन्हें शामिल किए बगैर नहीं होना चाहिए.
वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सीधे तौर पर पुतिन को चुनौती दी है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
जेलेंस्की ने यूरोप की सेना बनाने की बात की.जेलेंस्की ने पुतिन को झूठा और कमजोर कहा.शांति समझौते में यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी मांगी.
कीव. रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म करने की डोनाल्ड ट्रंप की कोशिश किस रास्ते पर जाएगी? यह कहना थोड़ा मुश्किल लग रहा है क्योंकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में ‘यूरोप की सेना’ बनाने के बारे में बात की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को झूठा-कमजोर कहा. दिलचस्प तो यह है कि 47 वर्षीय यूक्रेनी नेता ने जब अपने यूरोपीय सेना के सपने को जिक्र किया, तो उन्होंने इसमें अमेरिकी भागीदारी को कोई जिक्र नहीं था.
यह तब आया है जब डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन से युद्ध को जल्दी समाप्त करने के लिए तरीका खोजने का निवेदन किया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही ज़ेलेंस्की और पुतिन दोनों के साथ फोन पर बातचीत की है, जिसमें तीनों शांति समझौते पर सहमत होने की कोशिश कर रहे हैं. तानाशाह पुतिन से उम्मीद की जा रही है कि जब वह अंततः ट्रंप से यूक्रेन शांति वार्ता के लिए मिलेंगे तो वह कई पागल मांगें करेंगे.
ज़ेलेंस्की ने कहा है कि वह किसी भी शांति समझौते को तब तक स्वीकार नहीं करेंगे जब तक उनके देश को सुरक्षा की गारंटी नहीं दी जाती. शनिवार को जर्मनी में बोलते हुए, ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक नई योजना का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा, “कई नेताओं ने यूरोप के बारे में बात की है और कहा है कि उसे अपनी खुद की सेना की जरूरत है, एक यूरोप की सेना और मुझे लगता है कि समय आ गया है. यूरोप की सशस्त्र सेनाओं का निर्माण किया जाना चाहिए.”
जेलेंस्की ने कहा, “बिना यूक्रेन की सेना के, यूरोप की सेना रूस को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं होगी. केवल हमारी सेना के पास यूरोप में असली, आधुनिक युद्ध का अनुभव है, लेकिन हमारी सेना भी अकेले पर्याप्त नहीं है. हमें आपकी मदद की जरूरत है – हथियार, ट्रेनिंग, प्रतिबंध, पैसों की मदद, राजनीतिक दबाव और एकता.” यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यूरोप को नाटो से अलग एक ऐसी सेना बनाने पर विचार करना चाहिए ताकि “अगर अमेरिका यूरोप को किसी मुद्दे पर ना कह दे जो उसे खतरे में डाल सकता है”.
उन्होंने कहा कि तीन साल की लड़ाई के बाद, यूक्रेन ने एक यूरोपीय सेना की नींव तैयार कर ली है और अब इस पर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा, “जैसे हम इस युद्ध को लड़ रहे हैं और शांति और सुरक्षा की नींव रख रहे हैं, हमें यूरोप की सशस्त्र सेनाओं का निर्माण करना चाहिए ताकि यूरोप का भविष्य केवल यूरोपियों पर निर्भर हो और यूरोप के बारे में निर्णय यूरोप में ही लिए जाएं. यूरोप के पास सब कुछ है, लेकिन उसे एकजुट होना होगा.”
First Published :
February 15, 2025, 17:35 IST
homeworld
जेलेंस्की का ट्रंप से उठ गया भरोसा, रूस के खिलाफ जंग में उतरेगी यूरोप की सेना!