jaipur | मत्स्य विभाग के आइएएस निदेशक व सहायक निदेशक गिरफ्तार

जयपुरPublished: Jan 19, 2024 10:25:50 pm
तालाब से मछली पकडऩे के लिए लाइसेंस देने के बदले मांगी थी एक लाख रुपए रिश्वत, 35 हजार रुपए में सौदा तय किया
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जयपुर में मत्स्य विभाग के निदेशक प्रेमसुख बिश्नोई (आइएएस) व सहायक निदेशक राकेश दवे को शुक्रवार शाम को 35 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने एसीबी की परिवाद से एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। बाद में सौदा 35 हजार रुपए में तय किया था।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले परिवादी ने एसीबी में शिकायत की थी, जिसमें बताया कि गत वर्ष अगस्त में टोंक में अन्नपूर्णा तालाब का टेंडर लिया था। तालाब से मछली पकडऩे के लिए लाइसेंस के लिए गत वर्ष नवम्बर में आवेदन किया था। इसके बाद जयपुर टोंक रोड स्थित मत्स्य विभाग के अधिकारी उसे परेशान कर रहे थे। जबकि परिवादी ने लाइसेंस की फीस भी जमा करवा दी थी। इसके बाद भी अधिकारी उसे लाइसेंस जारी नहीं कर रहे थे। इससे मछली पकड़ भी नहीं सकता था और उन्हें बेच भी नहीं सकता था। बैंक से लोन भी नहीं मिल रहा था। अधिकारियों को समस्या बताई, तब उन्होंने लाइसेंस के बदले रिश्वत मांगी। हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की टीम की निगरानी में परिवादी मत्स्य विभाग में सहायक निदेशक राकेश दवे से मिला। राकेश दवे ने निदेशक प्रेमसुख बिश्नोई से बात कर एक लाख रुपए रिश्वत मांगी। बाद में रिश्वत की राशि कम करते-करते 35 हजार रुपए में सौदा तय किया। शुक्रवार को निदेशक प्रेमसुख बिश्नोई ने परिवादी को रिश्वत की राशि सहायक निदेशक को देने के लिए कहकर भेज दिया। हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी ने मत्स्य विभाग के कार्यालय में सहायक निदेशक राकेश दवे को रिश्वत की राशि के 35 हजार रुपए दे दिए। तभी उसने मछली पकड़कर बेचने का लाइसेंस हाथोंहाथ परिवादी को दे दिया। एसीबी की अलग-अलग टीम आइएएस प्रेमसुख बिश्नोई के बीकानेर और जयपुर स्थित बापू नगर के फ्लैट और सहायक निदेशक राकेश दवे के प्रताप नगर स्थित आवास पर रात तक सर्च करने में जुटी थी।