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Jaipur Blue Pottery | Khurja Crockery | Diwali Home Decoration | Handcrafted Pottery India

Last Updated:October 14, 2025, 17:44 IST

Jaipur Blue Pottery: दीपावली पर जयपुर की ब्लू पॉटरी और खुर्जा क्रॉकरी के बर्तनों की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है. ब्लू पॉटरी में हाथ से बनाई गई नीली डिज़ाइन होती है, जबकि खुर्जा क्रॉकरी में पारंपरिक रंग और डिज़ाइन की विशेषता होती है. दोनों का चुनाव सजावट और उपयोग के हिसाब से होता है.

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जयपुर: दिपावली का फेस्टिवल सीजन चल रहा हैं. जहां लोग बाजारों और अलग-अलग इलाकों में चल रहे दिपावली फेस्टिवल फेयरों में जमकर खरीदारी कर रहे हैं, जिसमें अभी लोगों में घरेलू उपयोग के सामानों, सस्ते कपड़े, फर्नीचर और किचन के बर्तनों की सबसे ज्यादा डिमांड हैं. लोकल-18 ने जयपुर मे चल रहें दिपावली लोकरंग फेस्टिवल में पहुंचकर खासतौर पर जयपुर की ब्लू पॉटरी और उतर प्रदेश की खुर्जा की पॉटरी की डिमांड, अंतर और इनसे जुड़ी तमाम चीजों को लेकर यहां आए कलाकारों से बात की तो सुल्तान अहमद बताते हैं की जयपुर की ब्लू पॉटरी वर्षों पुरानी कला हैं.

जिसे दुनियाभर में पसंद किया जाता हैं लेकिन ऐसे ही खुर्जा की क्रॉकरी जो भी ब्लू पॉटरी की तरह ही मिलते जुलते बर्तन और डेकोरेशन का बर्तन हैं. लेकिन दोनों की बनने की प्रक्रिया से लेकर डिजाइन, किमत और डिमांड में काफी अंतर होता हैं. सुल्तान बताते हैं की जयपुर की ब्लू पॉटरी की विदेश तक डिमांड रहती हैं. जबकि खुर्जा की पॉटरी को सामान्य लोग सबसे ज्यादा पंसद करते हैं इसलिए दोनों ही तरह के बर्तनों की अलग-अलग खासियत और सुंदरता के चलते फेस्टिवल सीजन में इनकी खूब डिमांड रहती हैं.

1250° सेल्सियस पर तपकर तैयार होते हैं बर्तन लोकल-18 बात करते हुए सुल्तान अहमद बताते हैं की अगर बात करें जयपुर की ब्लू पॉटरी और खुर्जा की पॉटरी के बनावट की तो खुर्जा की पॉटरी 1250° सेल्सियस की तापमान पर भट्टी में तपकर तैयार होता हैं. जिसके चलते इसकी क्वालिटी अच्छी होती हैं और यह फाकी मजबूत होती हैं. साथ ही खुर्जा की क्रॉकरी में किचन के बर्तन तैयार होते हैं. जिनमें प्लेट, कटोरियां, चम्मच, बरनियां जैसे तमाम बर्तन होते हैं. जिन्हें लोग किचन के उपयोग को लिए सबसे ज्यादा खरीदते हैं, साथ ही खुर्जा की क्रॉकरी के बर्तन भोजन की पोष्ठिकता के लिए भी अधिक समय तक बरकरार रखते हैं.

वहीं अगर बात करें जयपुर की ब्लू पॉटरी की तो यह 800° सेल्सियस की तपन से तैयार होती हैं. जिसमें किचन से ज्यादा घरों के डेकोरेशन की पॉटरी तैयार होती हैं, साथ ही ब्लू पॉटरी में ज्यादा से ज्यादा नीले रंग का उपयोग होता हैं. वह खुर्जा की क्रॉकरी में अलग-अलग रंगों का प्रयोग किया जाता हैं.

सबसे ज्यादा रहती हैं खुर्जा क्रॉकरी की डिमांड सुल्तान अहमद बताते हैं कि जयपुर में सिर्फ फेस्टिवल सीजन में ही नहीं बल्कि पूरे सालभर खुर्जा की क्रॉकरी की खूब डिमांड रहती हैं. अभी लोकरंग फेस्टिवल में हम जयपुर वासियों के लिए खासतौर पर डिनर सेट, कॉफी मग, टी सेट, पौधौं के लिए पोर्ट, आचार की स्पेशल बरनियां जैसे तमाम क्रॉकरी के बर्तन लेकर पहुंचे हैं. जिन्हें लोग खूब पंसद कर रहे हैं. सुल्तान बताते हैं की खुर्जा की क्रॉकरी की कीमत की बात करें तो सामान्य रूप से 100 रूपए से लेकर 1 हजार रुपए में किसी भी प्रकार के बर्तन और किचन सेट को खरीद सकते हैं. जो जयपुर की ब्लू पॉटरी के मुकाबले सस्ती होती हैं क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा किचन उपयोग के सभी बर्तन होते हैं. वहीं ब्लू पॉटरी को एंटिक सजावट के रूप में स्तेमाल किया जाता हैं इसलिए उसकी कीमत 500 रूपए से लेकर 5 हजार रुपए तक होती हैं.

Jagriti Dubey

With more than 6 years above of experience in Digital Media Journalism. Currently I am working as a Content Editor at News 18. Here, I am covering lifestyle, health, beauty, fashion, religion, career, politica…और पढ़ें

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Location :

Jaipur,Rajasthan

First Published :

October 14, 2025, 17:44 IST

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जयपुर के बर्तनों की मची धमाल…ब्लू पॉटरी या खुर्जा क्रॉकरी

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