Rajasthan

Jaipur Fire Accident Case: अग्निकांड में रिटायर्ड IAS करणी सिंह की मौत, कार के चेसिस नंबर से हुई पुष्टि

जयपुर. जयपुर में अजमेर रोड पर हुए भीषण अग्निकांड में रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह राठौड़ की मौत हो गई है. सिंह की मौत की पुष्टि उनकी कार के चेसिस नंबरों के आधार की गई है. उनकी कार घटनास्थल पर पूरी तरह से जली हुई मिली थी. पुलिस अब कार में मिले अवशेषों से करणी सिंह के परिजनों के डीएनए का मिलान करवाएगी. डीएनए के लिए सिंह की दोनों बेटियों ने सैम्पल दे दिए हैं. उसके बाद शव की सुपुदर्गी की जाएगी.

भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी करणी सिंह राठौड़ चूरू जिले के रतनगढ़ तहसील के लूणासर गांव के रहने वाले थे. राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) से पदोन्नत होकर आईएएस बने राठौड़ श्रीगंगानगर और अजमेर के कलेक्टर रहे थे. वे प्रो-पीपल कलेक्टर के तौर पर काफी चर्चित रहे थे. वे अजमेर डिस्कॉम के एमडी और जयपुर नगर परिषद के आयुक्त भी रहे थे.

मोबाइल की अंतिम लोकेशन घटनास्थल की मिलीराठौड़ जयपुर में रह रहे थे. अजमेर रोड पर भांकरोटा में उनका फार्म हाउस है. वे शुक्रवार को तड़के वहीं से वापस लौट रहे थे. उसी दौरान हुए हादसे में उनकी कार भी चपेट में आ गई. उसके बाद से उनका फोन भी बंद आ रहा था. परिजनों और पुलिस ने जब उनकी तलाश की तो कुछ पता नहीं चला. बाद में उनके मोबाइल की लोकेशन खंगाली गई. उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन घटनास्थल की मिली और वह स्वीच ऑफ आ रहा था.

जली हुई कार में मानव शरीर के कुछ अवशेष मिले थेपुलिस ने घटनास्थल पर आग की चपेट में आए वाहन खंगाले तो एक जली हुई कार में मानव शरीर के कुछ अवशेष मिले थे. बाद में आज परिजनों ने जली हुई कार के चेसिस नंबर के आधार पर इस बात की पुष्टि कर दी कि वह करणी सिंह की थी. वे उसी कार से लौट रहे थे. उसके बाद यह मान लिया गया कि करणी सिंह भी अग्निकांड के शिकार हो गए. सिंह के दो बेटियां हैं. उनकी दोनों बेटियों ने डीएनए जांच के लिए अपने सैम्पल दे दिए हैं. सिंह के छोटे भाई फूल सिंह अपने गांव के सरपंच रहे हैं. वर्तमान में फूल सिंह की बेटी वहां सरपंच है.

FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 16:20 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj