Jaipur Metals Employees Is In Worst Conditions – दिवालिया कंपनी हुई और पाई—पाई को कामगार तरस रहे हैं

— कंपनी की बेशकीमती जमीन पर कानूनी जंग, कामगारों का 5790 दिन से धरना

जयपुर। दिवालिया हो चुकी राजधानी की चर्चित सरकारी कंपनी जयपुर मैटल्स एंड इलेक्ट्रिकल्स के कानूनी विवादों पर मोटा खर्च हो चुका है, लेकिन कामगार पाई—पाई को तरस रहे हैं। अपने हक के लिए कामगार कंपनी के गेट पर 5790 दिन से धरना दे रहे हैं।
21 साल में कंपनी और उसके करीब साढ़े पन्द्रह सौ कामगारों की दुनिया बदल चुकी है। हाल यह है कि कंपनी बंद होने के समय धरने के लिए आने वालों में से 400—450 कामगार अब दुनिया में नहीं है और लगभग इतने ही ढलती उम्र की वजह से चल फिर नहीं सकते। लेकिन कंपनी को लेकर कानूनी संघर्ष थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहले कामगार अदालतों के चक्कर लगा रहे थे। अब कंपनी की बेशकीमती जमीन को लेकर एक निजी कंपनी व सरकार के बीच कानूनी जंग चल रही है। कर्मचारियों के प्रतिनिधियों का कहना है कि कंपनी की जमीन को लेकर विवाद अपनी जगह है, लेकिन उनके बकाया और परिलाभों के भुगतान का जिम्मा लेने को कोई तैयार नहीं है।