Jaipur News – स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर बोले…गायों के झुंड को देखकर लगता है कि शहर इंसानों के लिए नहीं है

स्मार्ट सिटी के काम से भी संतुष्ट नहीं

जयपुर। राजधानी में कचरा प्रबंधन पूरी तरह से फेल है। ना तो कचरा संग्रहण सही तरह से हो रहा है और ना ही इसका निस्तारण ठीक से हो पा रहा है। स्मार्ट सिटी बैठकों तक सीमित है। जमीन पर काम होता नहीं दिखाई दे रहा है। यह कहना है स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर डॉ डीपी शर्मा का। वे इन दिनों जयपुर में हैं और पिछले दो दिनों से शहर के दौरे पर हैं। पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि सारी तैयारियां गांधी जंयती की पूर्व संध्या पर ही दिखाई देंगे। करोड़ों रुपए शहर को साफ रखने के लिए खर्च किए जा रहे हैं। यही स्थिति स्मार्ट सिटी की भी है। राजनीति इतनी हावी है कि जनहित की योजनाएं ही नहीं बन पा रही हैं। स्मार्ट सिटी में स्मार्ट ट्रैफिक, स्मार्ट पार्किंग, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, स्मार्ट सफाई, स्मार्ट ट्रैफिक सेंस होना जरूरी है। दो दिन के दौरे इनमें से एक भी चीज नहीं दिखाई दी।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान जगह-जगह कचरे के ढेर, लटकती ट्यूबलाइट और मानव चौराहों पर टूटी सड़कें और उन पर भरा पानी, सड़क पर बैठी गायों और सांडों के झुंड देखे। देखकर लगा कि यह शहर इंसानों के लिए नहीं है।
इलेक्ट्रॉनिक्स वेस्ट के निस्तारण का भी कोई इंतजाम नहीं
डॉ शर्मा ने कहा कि राजधानी में इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट काफी निकलता है, लेकिन इसके डिस्पोजल का कोई इंतजाम नहीं है। साधारण कचरे में ही लोग इसे फेंक देते हैं। इसके नुकसान के बारे में लोगों को भी जानकारी नहीं है। इसके लिए जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है।