Jaipur News: मरीज के पेट में मिली घड़ी, कीलें और लोहे के टुकड़े… तीन घंटे चली सर्जरी, डॉक्टर भी रह गए हैरान!

Last Updated:October 13, 2025, 21:12 IST
Jaipur News: SMS अस्पताल जयपुर में मरीज के पेट से HMT घड़ी, नट-बोल्ट और कीलें निकाली गईं. डॉ. शालू गुप्ता की टीम ने VATS तकनीक से सफल सर्जरी की. मरीज पाइका मानसिक रोग से पीड़ित है.
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जयपुर. राजधानी के SMS अस्पताल में डॉक्टरों के सामने एक अनोखा मामला आया जिसने सभी को हैरान कर दिया. यहां एक मरीज के पेट से घड़ी, नट-बोल्ट, कीलें और कई अन्य धातु की वस्तुएं निकलीं. दरअसल, यह मरीज पिछले कुछ दिनों से पेट दर्द और उल्टी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचा था. जब डॉक्टरों ने जांच की तो सामने आया कि मरीज की आहार नली में एक HMT घड़ी फंसी हुई है.
डॉक्टरों ने जब एक्स-रे और स्कैन रिपोर्ट देखी तो सभी दंग रह गए. मरीज के पेट में घड़ी के साथ-साथ नट, बोल्ट और कीलें जैसी कई अखाद्य वस्तुएं भी मिलीं. यह मामला SMS अस्पताल के जनरल सर्जरी विभाग में दर्ज हुआ. टीम ने बिना देर किए ऑपरेशन की तैयारी शुरू की. डॉक्टरों ने बताया कि मरीज मानसिक रोग से पीड़ित है और इसी कारण वह कई दिनों से ऐसी वस्तुएं निगल रहा था जो खाने योग्य नहीं थीं.
3 घंटे चली सर्जरी, निकली घड़ी और लोहे के टुकड़ेजनरल सर्जरी विभाग की टीम ने मरीज पर करीब तीन घंटे तक ऑपरेशन किया. यह सर्जरी “वीडियो असिस्टेड थॉरेसिक सर्जरी (VATS)” तकनीक से की गई. इस दूरबीन पद्धति से डॉक्टरों ने बड़ी सावधानी से मरीज की आहार नली में फंसी HMT घड़ी और अन्य धातु की वस्तुएं बाहर निकालीं. टीम में डॉ. शालू गुप्ता, डॉ. फारुख और डॉ. अमित गोयल शामिल थे. सर्जरी सफल रही और मरीज की हालत अब स्थिर बताई जा रही है.
मानसिक रोग के चलते निगल रहा था धातु की वस्तुएंडॉक्टरों के अनुसार, मरीज को ‘पाइका’ नामक मानसिक समस्या है जिसमें व्यक्ति गैर-खाद्य वस्तुएं खाने लगता है. यह बीमारी अक्सर मानसिक असंतुलन या तनाव के कारण होती है. डॉक्टरों ने बताया कि मरीज अब रिकवरी पर है और उसका मनोवैज्ञानिक उपचार भी शुरू कर दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो. इस अनोखे केस ने SMS अस्पताल के डॉक्टरों की कुशलता को फिर साबित किया है. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि समय रहते ऑपरेशन नहीं किया जाता तो मरीज की जान पर बन सकती थी. फिलहाल मरीज पूरी तरह निगरानी में है और जल्द उसे छुट्टी दिए जाने की संभावना है.
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
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Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
October 13, 2025, 21:12 IST
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मरीज के पेट में घड़ी, कील और लोहा… 3 घंटे चली सर्जरी, डॉक्टर भी रह गए हैरान!