Jaipur Road Accident: मौतों का आंकड़ा 15 पहुंचा, नशे में था डंपर ड्राइवर, 3 पुलिसकर्मी निलंबित

जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर के हरमाड़ा इलाके में सोमवार दोपहर हुए भीषण डंपर हादसे ने पूरे प्रदेश को हिला दिया था. मंगलवार तक इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है, जबकि 10 घायलों का इलाज SMS अस्पताल में जारी है. दो की हालत अब भी गंभीर बताई जा रही है. पुलिस ने हादसे में शामिल डंपर (आरजे-14 जीपी 8724) के चालक अलवर निवासी राजू गुर्जर को देर रात गिरफ्तार कर लिया.
प्रारंभिक मेडिकल जांच में चालक के नशे की हालत में होने की पुष्टि हुई है. पुलिस ने धारा 304, 279 और 337 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. एफएसएल टीम ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, डंपर का ब्रेक सिस्टम तकनीकी रूप से सही पाया गया है. यानी हादसे की मुख्य वजह चालक की लापरवाही और तेज रफ्तार को माना जा रहा है.
हादसे के बाद सीएम खुद कर रहे हैं मॉनिटरिंग
सीएम भजनलाल शर्मा लगातार हादसे की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने देर रात परिवहन और गृह विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. हादसे में लापरवाही बरतने वाले तीन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों निरीक्षक राजकिरण, एएसआई राजपाल सिंह और कांस्टेबल महेश कुमार को निलंबित किया गया है. सीएम ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर अब “ज़ीरो टॉलरेंस नीति” लागू की जाएगी.
डिप्टी सीएम और मंत्री ने घायलों से की मुलाकात
उन्होंने जयपुर समेत सभी जिलों में ब्लैक स्पॉट्स की पहचान और सुधार कार्य 10 दिनों में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख और गंभीर घायलों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. घायलों के इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है. डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा और कैबिनेट मंत्री बलवान सिंह ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.
जांच समिति 48 घंटे में देगी रिपोर्ट
जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी की अध्यक्षता में गठित सात सदस्यीय जांच समिति को 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. समिति यह पता लगाएगी कि हादसे के समय ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी कहां थी, क्या डंपर का फिटनेस सर्टिफिकेट वैध था, और क्या वाहन में ओवरलोडिंग थी.
लोहा मंडी क्षेत्र में बढ़ी निगरानी
हादसे के बाद लोहा मंडी और आस-पास के इलाकों में ट्रैफिक पुलिस ने भारी वाहनों की एंट्री सुबह 9 से शाम 6 बजे तक रोक दी है. साथ ही अवैध पार्किंग और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि लोहा मंडी रोड को “नो हेवी व्हीकल ज़ोन” घोषित किया जाए. व्यापारियों का कहना है कि रोजाना सैकड़ों डंपर इस सड़क से गुजरते हैं और खतरा हमेशा बना रहता है.
 


