Jaipur Tourism: ऐतिहासिक इमारतों पर जम रही काली परत, ट्रेेफिक, पार्किंग और अतिक्रमण से फीकी पड़ी जयपुर की चमक

जयपुर. जयपुर अपनी सुंदरता के लिए दुनियाभर में मशहूर है. यहां के किले-महल, ऐतिहासिक इमारतें, सड़कें और शहर की बसावट अनोखी हैं. इसी वजह से 2019 में जयपुर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज शहर का दर्जा मिला था. लेकिन अब इस दर्जे को बरकरार रखने पर संकट मंडरा रहा है. शहर की प्रमुख ऐतिहासिक इमारतों और वर्षों पुराने गेट जैसे अजमेर गेट, घाटगेट, सांगानेरी गेट पर गुलाबी रंग की जगह काली परत नजर आने लगी है. साथ ही, ऐतिहासिक इमारतों से चूना झड़ रहा है और इमारतों में गड्ढे दिखने लगे हैं. जयपुर का चारदीवारी बाजार, जो अपनी अनोखी वास्तुकला के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है, वहां भी अतिक्रमण, ट्रैफिक और पार्किंग की अव्यवस्थाओं के चलते शहर की सुंदरता फीकी पड़ने लगी है.
वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा ले सकता है वापसयूनेस्को किसी भी शहर या धरोहर से वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा वापस ले सकता है अगर जिन मानकों के आधार पर यह दर्जा दिया गया था, उनकी अनदेखी की जाए. यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी का 47वां सेशन इस साल पेरिस में 6 जुलाई से 16 जुलाई को होगा. इस विजिट से पहले ही यूनेस्को की टीम ने 2023 में जयपुर को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें शहर में बढ़ते अतिक्रमण, ट्रैफिक और ऐतिहासिक इमारतों की चमक खत्म होने की बात कही गई थी. इसलिए जयपुर शहर से वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा छिनने का खतरा बना हुआ है.
अतिक्रमण और ट्रैफिक से परेशान पर्यटक जयपुर के चारदीवारी बाजार में हर दिन हजारों पर्यटक आते हैं, लेकिन बाजारों में फुटपाथ से लेकर सड़कों पर ट्रैफिक और अतिक्रमण की समस्या से लोग सबसे ज्यादा परेशान होते हैं. हाल यह है कि दुकानों के दोनों तरफ बने गलियारों में भी लोगों ने अवैध दुकानें लगा रखी हैं और गंदगी फैलने के चलते लोगों को चलने में भी परेशानी होती है. साथ ही हर जगह गाड़ियों की पार्किंग से बाजार भरा रहता है. बाजारों में केबल वायर के गुच्छे और हर जगह कचरे के ढेर शहर की सुंदरता को सबसे ज्यादा खराब कर रहे हैं.
दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही ट्रैफिक और अतिक्रमण की समस्या जयपुर की सुंदरता को खराब करने वाली ये समस्याएं चारदीवारी बाजार के मुख्य बाजारों जैसे अजमेरी गेट, छोटी चौपड़, बड़ी चौपड़, चांदपोल, किशनपोल बाजार, जोहरी बाजार में सबसे ज्यादा हैं. चारदीवारी बाजार के स्थानीय लोग बताते हैं कि दिन-ब-दिन ट्रैफिक और अतिक्रमण की समस्या बढ़ती जा रही है. बाजारों में भारी संख्या में ई-रिक्शा के चलते ट्रैफिक जाम लगा रहता है, जिससे विदेशी पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अतिक्रमण और ट्रैफिक समस्या से कम हो रहे टूरिस्ट जयपुर के चारदीवारी बाजार में 50 वर्षों से दुकान चला रहे रामस्वरूप सोनी बताते हैं कि चारदीवारी बाजार जयपुर की पहचान है. यही असली जयपुर है जिसे लोग देखने आते हैं, लेकिन ट्रैफिक, पार्किंग और अतिक्रमण की समस्या के चलते जयपुर घूमने आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी कमी हो रही है. आंकड़ों के अनुसार, 2023 की तुलना में 2024 में 76 लाख देसी-विदेशी पर्यटक कम आए. 2024 में जयपुर में विदेशी पर्यटकों की संख्या 2,49,353 रही, जो 2023 के मुकाबले 28.56 फीसदी कम रही है और 2025 में भी इसी प्रकार से टूरिस्टों की संख्या में कमी हो रही है. बाजार के स्थानीय लोग बताते हैं कि जयपुर के विकास के लिए करोड़ों रुपए का बजट है और स्मार्ट सिटी के तहत भी खूब काम हुए हैं, लेकिन अतिक्रमण और ट्रैफिक की समस्याओं से बाजारों में सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है.