जीण माता मंदिर: औरंगजेब ने चढ़ाया छत्र, जानें चमत्कार की कहानी

Last Updated:March 19, 2025, 19:18 IST
सीकर के जीण माता मंदिर में औरंगजेब ने चमत्कार देखकर चांदी का छत्र चढ़ाया था. माता की सेना ने औरंगजेब की सेना को भंवरा मक्खियों से खदेड़ा था. आज भी मंदिर में चांदी का छत्र मौजूद है.X
जीण माता मंदिर
हाइलाइट्स
सीकर के जीण माता मंदिर में औरंगजेब ने चांदी का छत्र चढ़ाया था.माता की सेना ने औरंगजेब की सेना को भंवरा मक्खियों से खदेड़ा था.औरंगजेब का चढ़ाया चांदी का छत्र आज भी मंदिर में मौजूद है.
सीकर. सीकर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर शक्तिपीठ जीण माता का मंदिर मौजूद है. इस मंदिर के चमत्कारों के आगे औरंगजेब और उसकी सेना भी नतमस्तक हो गई थी. इस कारण औरंगजेब ने जीण माता को चांदी का छत्र और दिव्य जोत के लिए दिल्ली दरबार से तेल देने की घोषणा की थी. औरंगजेब का दिया हुआ चांदी का छत्र आज भी माता की दिव्य प्रतिमा के ऊपर लगा हुआ है. इस देवी के चमत्कारों के पर्चे आज भी देखने को मिलते हैं.
लोक मान्यताओं के अनुसार, मंदिर तोड़ो नीति के तहत औरंगजेब और उसकी सेना हर्ष पर्वत पर स्थित मंदिर को तोड़ते हुए जीण माता को मंदिर को तोड़ने के लिए पहुंची, जब सेना ने मंदिर पर हमला किया तो पुजारियों ने माता से अरदास की, जिसके बाद जीण माता ने अपनी सेना भंवरा मक्खियों को औरंगजेब और उसकी सेना पर हमला करने का आदेश दे दिया, जिसके बाद माता की सेना ने औरंगजेब की सेना को खदेड़ दिया और बिना मंदिर को तोड़े ही औरंगजेब जीण माता मंदिर से चला गया और उसने माता को दिल्ली दरबार से दिव्यजोत के लिए तेल भेजने की परंपरा शुरू की.
मन्नत पूरी होने पर औरंगजेब ने चढ़ाया था छत्रजीण माता मंदिर के पुजारी सुमित पाराशर ने बताया कि माता के मंदिर पर हमला करने के कुछ दिनों बाद औरंगजेब को कुष्ठ रोग हो गया था. इससे परेशान होकर उसने मां जीण से प्रार्थना की और मन्नत मांगी कि अगर उसका रोग ठीक हो गया तो वह जीण माता के मंदिर में चांदी का छत्र चढ़ाएगा. कुछ दिनों के बाद, उसका कुष्ठ रोग पूरी तरह ठीक हो गया. इस चमत्कार से प्रभावित होकर, औरंगजेब ने जीण माता के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की और मंदिर में चांदी का छत्र चढ़ाया. यह चांदी का छत्र आज भी मंदिर में मौजूद है और श्रद्धालुओं के बीच आस्था का प्रतीक बना हुआ है.
Location :
Sikar,Sikar,Rajasthan
First Published :
March 19, 2025, 19:18 IST
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इस मंदिर में बादशाह औरंगजेब ने चढ़ाया था चांदी का छत्र, कारण कर देगा हैरान