कई प्रदेशों में उन्नत किस्म के बीज पहुंचा रहा झुंझुनूं का कृषि विज्ञान केंद्र, सालाना करीब 1900 क्विंटल उत्पादन

झुंझुनूं : झुंझुनूं का कृषि विज्ञान केंद्र न केवल किसानों को आधुनिक खेती का प्रशिक्षण दे रहा है, बल्कि देश के कई राज्यों को बुआई के लिए उन्नत किस्म के बीज भी खेती के मुहैया करा रहा है. झुंझुनूं की मंडावा रोड पर आबूसर के नजदीक 1990 में कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की गई. उस समय इसका उद्देश्य किसानों को उन्नत खेती की जानकारी देना था. लेकिन यहां कार्यरत कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को खेती के साथ ही उन्नत उन्नत बीज उत्पादन शुरू किया.
प्रारंभ में यहां 49 क्विंटल बीज उत्पादन किया था. यह बीज किसानों को बांटा गया. इसके अच्छे परिणाम आए किसानों का उत्पादन बढ़ा. इसके बाद यहां बीज उत्पादन शुरू हुआ. अब यहां हर साल करीब 1900 क्विंटल बीज उत्पादन होता है. यहां से तैयार बीज राजस्थान के साथ ही कश्मीर, हरियाणा, यूपी, मध्यप्रदेश, कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों में भेजा जा रहा है, जिसका उपयोग कर किस्म कम पानी में अधिक पैदावार वाली फसलें प्राप्त कर रहें है. केवीके के बीजों की उन्नत क्वालिटी का यह असर है कि कई किसान सीधे ही यहां से आकर यहां से बीज ले जाकर बुआई कर रहे है. उच्च क्वालिटी व गुणवत्तापूर्ण बीज किसान खुद सीधे ही लेकर जाने लगे हैं.
हाल ही में राष्ट्रीय आउट स्टैंडिंग केवीके अवार्ड से सम्मानित किया गया था. वैसे तो देश में 731 केवीके हैं. राजस्थान में भी 47 कृषि विज्ञान केंद्र है, लेकिन बीज उत्पादन की वजह से झुंझुनूं का कृषि विज्ञान केंद्र अपनी अलग ही पहचान बना चुका है. 72 हेक्टेयर वाले केवीके में 55 हेक्टेयर में बीज तैयार किए जा रहे हैं. कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दयानंद बताते है कि यहां गेहूं, जौ, चना, सरसों, मैथी, ग्वार, मूंग, चंवला के बीज तैयार किए जा रहे हैं.
यहां ऐसे बीज तैयार किए जाते हैं जो कम पानी में यहां की जलवायु के मुताबिक अधिक पैदावार दे सके. लगातार मिल रहे. अच्छे परिणामों से उत्साहित कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक इस बार केवीके में तिल के बीज तैयार कर रहे हैं. तिल के बीजों की उन्नत किस्म तैयार कर किसानों को देंगे. कृषि विज्ञान केंद्र को इसके नवाचार व उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है. हाल ही झुंझुनूं केवीके को राष्ट्रीय आउट स्टैंडिंग केवीके अवार्ड से सम्मानित किया गया.
देश के चार चुनिंदा केवीके में शामिल, उन्नत खेती का दे रहा प्रशिक्षणदेश के चार चुनिंदा केवीके में झुंझुनूं शामिल रहा. इसी सितंबर में केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने केवीके झुंझुनूं के मुख्य वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दयानंद को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया. 2006 झुंझुनूं केवीके को अवार्ड मिल चुका है. यहां किसानों को कृषि व पशुपालन संबंधी प्रशिक्षण, उन्नत खेती की जानकारी दी जा रही है. इसके लिए किसान मेला, गोष्ठी और प्रशिक्षण दिया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 13, 2024, 19:27 IST