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JLF#namita ghokle# | JLF- नमिता गोखले के उपन्यासों ‘आँधारी’ का होगा लोकार्पण

जानी मानी लेखिका नमिता गोखले के नए उपन्यास आंधारी का जयपुर साहित्योत्सव में लोकार्पण होगा। इस अवसर पर उनके साथ इस उपन्यास और उनके लेखन पर विशेष बातचीत भी होगी।

जयपुर

Published: March 09, 2022 06:38:40 pm

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
नमिता गोखले के उपन्यासों के अनुवाद और मातृभाषा की ओर वापसी विषय पर बातचीत होगी
किया जाएगा आँधारी का लोकार्पण
जयपुर। जानी मानी लेखिका नमिता गोखले के नए उपन्यास आंधारी का जयपुर साहित्योत्सव में लोकार्पण होगा। इस अवसर पर उनके साथ इस उपन्यास और उनके लेखन पर विशेष बातचीत भी होगी। नमिता गोखले को उनकी चर्चित किताब थिंग्स टू लिव बिहाइंड के लिए 2021 में अंग्रेजी भाषा के लिए साहित्य अकादमी के प्रतिष्ठित पुरस्कार सम्मानित किया था। नमिता ने बताया कि उपन्यास का हिन्दी शीर्षक आंधारी उपन्यास की मूल कथा तथा अन्य कथाओं के सार को बखूबी बयान करता है।ष्
आंधारी नमिता की दूसरी पुस्तक है जिसे हमने हिन्दी अनुवाद में प्रकाशित किया है। आंधारी भारत की कोरोनो वायरस के साथ जंग, कंटेनमेंट जोन और अंतरराज्यीय सीमाओं के पूर्ण लॉकडाउन और घरों मे कैद एक वास्तविक समय की कहानी है। उपन्यास की धुरी एक वृद्धा है, जो इतने कठिन और अभूतपूर्व समय में एक इमारत की चौथी मंजिल में अपने संयुक्त परिवार के साथ रहती है। यह पुस्तक महामारी काल में केवल एक संयुक्त परिवार की बहुस्तरीय कथा नहीं है बल्कि भारत की जिस विविधता पर हम गर्व करते आएहैं उस पर एक साहसी और सामयिक टिप्पणी है।

JLF- नमिता गोखले के उपन्यासों 'आँधारी' का होगा लोकार्पण

JLF- नमिता गोखले के उपन्यासों ‘आँधारी’ का होगा लोकार्पण

जेएलएफ में दिया जाएगा सातवां महाकवि कन्हैयालाल सेठिया काव्य पुरस्कार-2022 जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2022 के तहत 12 मार्च को मुगल टेंट में सातवां महाकवि कन्हैयालाल सेठिया काव्य पुरस्कार-2022 प्रदान किया जाएगा। देश के प्रतिभावान कवियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से महाकवि कन्हैयालाल सेठिया फाउंडेशन के सहयोग से यह पुरस्कार दिया जा रहा है। इस पुरस्कार का इस बार यह सातवां संस्करण है, जो श्री रंजीत होसकोटे को प्रदान किया जाएगा। इसके तहत उन्हें एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न दिया जाएगा। इस पुरस्कार का चयन नमिता गोखले, संजॉय के.रॉय, जयप्रकाश सेठिया, निरुपमा दत्त और सिद्धार्थ सेठिया की जूरी समिति ने किया है। उल्लेखनीय है कि रंजीत होसकोटे एक कल्चरल थियोरिस्ट व क्यूरेटर हैं। उनकी कविताएं भारत में अंग्रेजी की आधुनिक कविताओं के प्रवर्तकों को आगे बढ़ती हैं और रूप व सामग्री के संलयन के लिए जानी जाती हैं। उनके छह कविता संग्रहों में वैनिशिंग एक्ट, सेंट्रल टाइम और जोनाव्हेल शामिल हैं।

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