मुंबई के वड़ा पाव को टक्कर देता है जोधपुरी मिर्ची वड़ा, व्रत के दिन भी खाना नहीं छोड़ते लोग

देश के सभी राज्यों और शहरों का अपना-अपना स्वाद और वहां के फेमस व्यंजन हैं. मध्य प्रदेश में जहां लोग जगह-जगह पोहा-जलेबी खाते दिखते हैं तो दक्षिण भारत में दिन भर इडली डोसा मिलता है. मुंबई में वड़ा पाव खूब खाया जाता है. इसी तरह राजस्थान के जोधपुर का मिर्ची वड़ा बहुत फेमस है. मुंबई के वड़ा पाव की तरह ही यहां भी लोग मिर्ची वड़ा को भी ब्रेड के साथ खाते हैं. यहां के मिर्ची वड़े की चर्चा विदेश तक में होती है.
दो तरह के बनते हैं मिर्ची वड़ेजिन लोगों को जोधपुर के मिर्ची वड़ा की जानकारी है वो जोधपुर पहुंचते ही पहले मिर्ची वड़ा खाते हैं और उसके बाद फिर कोई दूसरा काम करते हैं. जोधपुर में दो तरह के मिर्ची वड़ा बनते हैं. एक मिर्ची बड़ा जिसमें छोटी मिर्च के ऊपर मसाला लगाकर उसे बेसन में लपेट कर तला जाता है. दूसरे तरीके में मोटी वाली जो मिर्च कम तीखी होती है उसके भीतर मसाला भरकर बेसन में लपेट कर तला जाता है. इसके बाद लोग गरमा-गरम मिर्ची वड़े को ब्रेड के साथ खाते हैं.
कीमतएक मिर्ची वड़ा 20 से 25 रुपये में मिल जाता है. इसे ब्रेड के साथ खाने से एक बार का अच्छा नाश्ता हो जाता है. सिर्फ दुकानों में ही नहीं बल्कि वहां लोग घरों में हर दिन के नाश्ते में भी इसे बनाते हैं. अब तो आपको पता चल गया होगा कि जोधपुर के पत्थर और दाल बाटी चूरमा के अलावा यहां का मिर्ची वड़ा भी खूब फेमस है. यहां आने वाले विदेशी पर्यटक भी इसका स्वाद लेने से नहीं चूकते.
व्रत के दिन भी स्वाद लेने से खुद को रोक नहीं पाते लोगजोधपुर के लोगों की मिर्ची वड़े के प्रति ऐसी दीवानगी है कि लोग व्रत के दिन भी इसे खाना नही छोड़ते हैं. अंतर सिर्फ इतना है कि व्रत के दिनों में लोग बेसन की जगह राजगीरा और सिंघाड़े के आटे से मिर्ची बड़ा बनाते हैं. तो आप भी अगर जोधपुर जाते हैं तो मिर्ची वड़ा का स्वाद लेना न भूलें.
जोधपुर शहर में करीब मिर्ची वड़ा की करीब एक हजार दुकानें हैं. इनमें 50 -60 दुकानें ऐसे हैं जिनकी पिछली पीढ़ी भी मिर्ची वड़ा बनाने का ही काम करती थी. इन दुकानों में हर दिन हजारों की संख्या में मिर्ची वड़े बिकते है. बारिश और ठंड के मौसम में तो इसकी बिक्री और बढ़ जाती है. एक अनुमान के मुताबिक, जोधपुर में हर दिन 150 टन तेल और करीब एक टन बेसन की खपत होती है.
मिर्ची बड़े से व्यापारियों की भी अच्छी कमाई होती है. यहां केवल मिर्ची बड़ा बेचने वाले ही नहीं बल्कि हरी मिर्च, आलू, मसाले, तेल, बेसन और ब्रेड के व्यापारियों को अच्छा मुनाफा होता है.
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FIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 20:53 IST