जस्टिन ट्रूडो का ई-मेल बम और भारतीय छात्रों में फैल गई दहशत, आखिर क्या है कनाडाई PM का नया प्लान?

India-Canada Tension: पिछले करीब डेढ़ सालों से भारत के साथ गंदी राजनीति खेल रहे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दिमाग में अब एक नई खिचड़ी पक रही है. वो भारत सहित तमाम विदेशी छात्रों पर एक्शन की तैयारी में हैं. अब ट्रूडो सरकार ने ऐसा कदम उठाया है, जिससे कनाडा में पढ़ाई करने पहुंचे विदेशी छात्रों में दहशत फैल गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कनाडा में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने बताया है कि उन्हें एक ईमेल मिले हैं, जिसमें उन्हें स्टडी परमिट, वीजा के दस्तावेजों के साथ-साथ अपने एजुकेशन से जुड़े सभी रिकॉर्ड लाने के लिए कहा गया है. कनाडा के विदेशी छात्रों से निपटने वाले सरकारी विभाग इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा (IRCC) की तरफ से यह ईमेल भेजा गया है.
कनाडा के इस कदम से भारत सहित विदेशी छात्रों में दहशत फैल गई है. उन लोगों को भी रिकॉर्ड लेकर आने के लिए कहा गया है जिनके पास अगले दो साल तक की वैधता वाले वीजा डाक्यूमेंट हैं. कनाडा की तरफ से पहले यह कहा गया था कि वो विदेशी छात्रों को लेकर अपनी नीति सख्त करने जा रहा है. साथ ही कनाडा पढ़ने आने वाले लोगों पर भी कैप लगाया जाएगा. हैदराबाद के सरे में पोस्ट-ग्रेजुएशन के छात्र अविनाश कौशिक ने टीओआई को बताया, “जब मुझे ईमेल मिला तो मैं थोड़ा हैरान था. मेरा वीजा 2026 तक वैलिड है, फिर भी मुझे अपने सभी दस्तावेज फिर से जमा करने के लिए कहा गया. वे अटेंडेंस, मार्कशीट, जहां हम काम कर रहे हैं उसके डॉक्यूमेंट देखना चाहते हैं.”
कनाडा में कितने भारतीय छात्र?इससे पहले पंजाब के छात्रों के बीच इस तरह के ईमेल की बात सामने आई थी. कुछ छात्रों को व्यक्तिगत रूप से IRCC कार्यालयों में आने के लिए भी कहा गया है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, कनाडा में सबसे अधिक संख्या में भारतीय छात्र हैं. उनकी संख्या 4.2 लाख है. इसके बाद अमेरिका में 3.3 लाख भारतीय छात्र हैं. अचानक आए मेल की बाढ़ ने छात्रों को अपने भविष्य के बारे में अनिश्चित बना दिया है. ब्रिटिश कोलंबिया के आदिलाबाद के एक बिजनेस मैनेजमेंट छात्र मनीषा पटेल ने कहा, “हमने कनाडा को उसके स्वागत करने वाले माहौल के लिए चुना, लेकिन यह अनुचित लगता है. मैं पहले से ही इंटर्नशिप पाने के लिए संघर्ष कर रहा हूँ, जो हमारे अंतिम वर्ष में अनिवार्य है.”
Tags: Canada News, Justin Trudeau
FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 07:06 IST