‘अकेले रह जाओगे…’, शादी, तलाक और परिवार पर बोलीं कंगना रनौत, बिना नाम लिए सान्या मल्होत्रा की ‘मिसेज’ को कोसा

Last Updated:February 23, 2025, 13:27 IST
सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘मिसेज’ पर कंगना रनौत ने आलोचना की है. कंगना ने भारतीय परिवारों को सही तरीके से दिखाने और बुजुर्गों का सम्मान करने की बात कही.
बिना नाम लिए सान्या मल्होत्रा की ‘मिसेज’ को कोसा
हाइलाइट्स
सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘मिसेज’ पर कंगना की आलोचना.कंगना ने भारतीय परिवारों को सही दिखाने की बात कही.कंगना ने तलाक का समर्थन न करने की अपील की.
सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘मिसेज’ जी5 पर रिलीज हुई. जिसने समाज में पुरुष प्रधानता दिखाने के लिए बहुत तारीफें हासिल की. एक्ट्रेस ने फिल्म में रिचा नाम की एक नई-नई शादी हुई डांसर की कहानी बयां किया, जहां अरेंज मैरिज के साथ आने वाली मुश्किलों को दिखाया जाता है. सान्या की एक्टिंग की भी काफी तारीफ हुई तो फिल्म के सब्जेक्ट की भी. मगर अब कंगना रनौत ने इस पर रिएक्ट किया है और उन्होंने सान्या मल्होत्रा की फिल्म की आलोचना की है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा है कि लोगों को भारतीय परिवारों को सामान्य दिखाना चाहिए और बुजुर्गों को खराब तरीके से पेश करना बंद करना चाहिए.
कंगना ने घर संभालने वाली औरतों की तुलना नौकरी करने वालों से करने वाले विचार को भी ख़ारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि घर चलाने और बच्चों को पालने की खुशी को जबरदस्ती के काम से नहीं जोड़ना चाहिए.
सान्या मल्होत्रा की फिल्म पर बरसीं कंगना
‘मिसेज’ फिल्म का नाम लिए बिना, कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, “मैंने बचपन में ऐसी औरत कभी नहीं देखी जो अपने घर में राज न चलाती हो, सबको बताती हो कि कब खाना है, कब सोना है और कब बाहर जाना है. मैंने तो औरतों को अपने पति से हर पैसे का हिसाब मांगते हुए देखा है. झगड़ा तब होता है जब वह दोस्तों के साथ बाहर जाता है शराब पीता है.’
बिना नाम लिए कंगना रनौत ने मारा ताना
वह आगे कहती हैं, ‘जब भी मेरे पापा हमें बाहर खाना खिलाने ले जाना चाहते थे, तो वो डांटती थीं क्योंकि हमारे लिए खाना बनाना उनकी ख़ुशी थी. इस तरह, वो कई चीजें कंट्रोल कर सकती थीं, जिसमें खाने की सफाई और पौष्टिकता शामिल थी. घर के बड़े-बुजुर्ग उनके बच्चों के लिए दादा-दादी का काम करते थे और इमोशनली संभालते थे. घर की औरतें – दादी, मां, चाची हमारी असली रानियां हैं और हम उनके जैसा बनना चाहती हैं. हां, औरतों का अपमान हो सकता है, लेकिन हमें भारतीय परिवारों को गलत तरीके से दिखाना बंद करना चाहिए और बुजुर्गों को खराब नहीं कहना चाहिए. साथ ही, घर संभालने वाली औरतों की तुलना नौकरी करने वालों से करना बंद करें.”
शादी और गृहस्थी पर क्या बोलीं कंगना
कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर बिना नाम लिए सान्या की फिल्म को कोसा (फोटो साभार: kanganaranaut)
कंगना ने आगे कहा कि शादी का मकसद ध्यान या पहचान पाना नहीं है, बल्कि सबसे कमजोर लोगों की सेवा करना है – खासकर बुजुर्ग और छोटे बच्चे, जो दूसरों पर निर्भर होते हैं. धार्मिक ग्रंथों का उदाहरण देते हुए, उन्होंने बताया कि पहले के लोग अपने माता-पिता और बुजुर्गों की बिना सवाल किए देखभाल करते थे, बस अपने कर्तव्य निभाते हुए.
नाम कमाने की कोशिश करेंगे तो अकेले रह जाओगे
कंगना रनौत ने ताना मारते हुए ये भी कहा, “बॉलीवुड की बहुत सी प्रेम कहानियों ने शादियों को गलत तरीके से दिखाया है. हमारे देश में शादियां हमेशा एक मकसद से होती थीं और वो मकसद धर्म था, जिसका मतलब कर्तव्य है. बस, अपना कर्तव्य निभाओ और आगे बढ़ो. जीवन बहुत छोटा है, अगर आप बहुत तारीफ या नाम कमाने की कोशिश करेंगे तो अकेले रह जाओगे,”
तलाक का सपोर्ट करने पर भी भड़कीं
कंगना ने लोगों से तलाक का समर्थन न करने की अपील की. उन्होंने कहा, “धार्मिक ग्रंथ कहते हैं कि किसी भी इंसान को किसी और शख्स से, सफलता से, पैसे से, शादी/अकेलेपन से या किसी और सांसारिक सुख से खुशी नहीं मिलती. उन्होंने कभी नहीं कहा कि ये चीजें इंसान को संतुष्ट कर सकती हैं, सच्ची खुशी भगवान से जुड़ने में है, अगर आप खुशी ढूंढ रहे हैं तो सही जगह देखो, बाकी हर जगह बस अपना कर्तव्य निभाओ, खुशी पाने की कोशिश मत करो, यकीन मानो वो वहां है ही नहीं, लेकिन छोटी सोच से शादी जैसी सामाजिक रीतियों को मत तोड़ो, हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारे परिवार हैं, तलाक का समर्थन मत करो, नई पीढ़ी को बड़े-बुजुर्गों को छोड़ने या बच्चे न पालने के लिए प्रेरित मत करो.”
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Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
February 23, 2025, 13:27 IST
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‘अकेले रह जाओगे…’, शादी, तलाक और परिवार पर बोलीं कंगना रनौत, किसे कोसा?