गर्मी में हिट है कन्नौज का तरबूज, 10 दिन तक नहीं होता खराब, रोज बिक रहे 40 क्विंटल, जानें खासियत

Last Updated:May 16, 2025, 17:11 IST
Kannauj Watermelon: कन्नौज का तरबूज अपनी बेहतरीन मिठास, गहरे लाल रंग और शुद्ध स्वाद के कारण गर्मियों में करौली में बेहद लोकप्रिय हो गया है. गंगा किनारे की उपजाऊ मिट्टी में उगने वाला यह तरबूज 10 दिन तक ताजा रहता…और पढ़ें
गर्मी के मौसम में जैसे ही सूरज की तपिश बढ़ती है, वैसे ही बाजारों में तरबूज की बहार दिखने लगती है. यह फल न सिर्फ प्यास बुझाता है बल्कि शरीर को ठंडक भी पहुंचाता है. जैसे ही इसका नाम जुबां पर आता है, वैसे ही मन में ताजगी का एहसास होने लगता है. अपने रसीले स्वाद, हाई वाटर कंटेंट और स्वास्थ्यवर्धक गुणों की वजह से तरबूज गर्मियों का सबसे पसंदीदा फल बन चुका है.
इन दिनों राजस्थान के करौली में तरबूज की जबरदस्त मांग देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र के तरबूज के बाद अब कन्नौज का तरबूज अपनी बेहतरीन मिठास, गहरे लाल रंग और शुद्ध स्वाद के कारण लोगों का दिल जीत रहा है. गर्मी के बीच यह तरबूज न केवल स्वाद का आनंद दे रहा है, बल्कि शरीर को ठंडक पहुंचाकर राहत का सबसे बढ़िया जरिया भी बन रहा है.
कन्नौज के इस तरबूज को बेचने वाले व्यापारी विश्राम सैनी बताते हैं कि यह तरबूज गंगा किनारे की उपजाऊ मिट्टी में उगाया जाता है, जिससे इसका स्वाद बेहद खास होता है. उनका कहना है कि यह तरबूज अन्य किस्मों की तुलना में अधिक मजबूत, गूदा से भरपूर और मिठास से लबरेज होता है. यही कारण है कि गर्मी में इसकी मांग सबसे ज्यादा रहती है और ग्राहक इसे बार-बार खरीदने आते हैं.
व्यापारियों का कहना है कि कन्नौज के इस तरबूज की सबसे बड़ी खासियत इसकी लंबी ताजगी है. यदि इसे काटा न जाए तो यह तरबूज 10 दिन तक बिना खराब हुए सुरक्षित रह सकता है. यही वजह है कि यह ग्राहकों की पहली पसंद बना हुआ है. इसकी गाढ़ी लाल रंगत, बेहतरीन मिठास और ठंडक पहुंचाने वाला स्वाद शहरवासियों को खासा लुभा रहा है, और लोग इसे बड़ी मात्रा में खरीदकर गर्मी से राहत पा रहे हैं.
तरबूज व्यापारियों के अनुसार, गंगा किनारे की उपज होने के कारण कन्नौज का तरबूज एक खास किस्म की मजबूती लिए होता है. फूटने के बाद भी यह तरबूज अन्य तरबूजों की तरह अधिक पानी नहीं छोड़ता, जिससे इसका स्वाद और मिठास बरकरार रहता है. यही वजह है कि कन्नौज का तरबूज न केवल महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से आने वाले तरबूजों को टक्कर दे रहा है, बल्कि अपनी अनोखी विशेषताओं के चलते बाजार में इनसे कहीं ज्यादा पसंद भी किया जा रहा है.
इस तरबूज को खरीदने वाले लोगों का कहना है कि मौसम के अनुसार पहले भी कई किस्मों के तरबूज बाजार में आए, लेकिन कन्नौज का यह तरबूज इस बार सबसे बेहतरीन साबित हो रहा है. स्वाद में लाजवाब, रंग में गहरा लाल और कीमत भी महज 12 रुपए प्रति किलो होने के कारण यह हर वर्ग के लोगों को खूब भा रहा है. गर्मी से राहत पाने के लिए लोग इसे बड़े चाव से खरीद रहे हैं.
तरबूज व्यापारियों के अनुसार, कन्नौज का यह खास तरबूज गर्मी के आखिरी दौर में सबसे ज्यादा बिकता है. यह अन्य तरबूजों की तुलना में बाजार में थोड़ी देरी से पहुंचता है, लेकिन आते ही अपनी मिठास और गुणवत्ता से ग्राहकों का दिल जीत लेता है. फिलहाल करौली में यह तरबूज हाइवे किनारे भारी मात्रा में बिक रहा है. इसकी मांग इतनी ज्यादा है कि रोजाना 35 से 40 क्विंटल तक की खपत दर्ज की जा रही है. गर्मी से राहत पाने और स्वाद का आनंद लेने के लिए लोग इसे हाथों-हाथ खरीद रहे हैं.
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करौली में रोजाना बिक रहे हैं 3 टन कन्नौज के तरबूज, जानें क्या है इनकी खासियत