Karauli Medical College: 100 सीटें और टीचर महज 6, वो भी चले गए सामूहिक हड़ताल पर, अब पढ़ाई भगवान भरोसे

करौली. डॉक्टर्स की फौज तैयार करने के लिए राजस्थान के जिला मुख्यालयों पर खोले जा रहे मेडिकल कॉलेज के हालात जानकार आप हैरान रह जाएंगे. सूबे के स्वास्थ्य का हाल ठीक करने के लिए इन मेडिकल कॉलेज में कैसे संसाधन उपलब्ध हैं और वहां कैसी पढ़ाई हो रही है यह सुनकर आप होश उड़ जाएंगे. करौली जिले के मेडिकल कॉलेज के हालात से आप अन्य कॉलेजों का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं. यहां 100 मेडिकल स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए फिलहाल महज छह टीचर हैं और इन दिनों वो भी हड़ताल पर हैं.
करौली मेडिकल कॉलेज में पिछले साल से ही मेडिकल की पढ़ाई शुरू हुई है. यहां 100 मेडिकल स्टूडेंट की 100 सीटें हैं. इन मेडिकल छात्रों को पढ़ाने के लिए यहां टीचर्स के 108 पद स्वीकृत हैं. लेकिन शैक्षणिक सत्र 2023-24 के में यहां केवल छह का ही टीचिंग स्टाफ नियुक्त है. इस मेडिकल कॉलेज में पहला बैच आया है.
परीक्षा शुरू होने में अब महज एक सप्ताह ही बचा हैएग्जाम से पहले यहां के सभी टीचर हड़ताल पर चले गए हैं. ये सभी छह टीचर बीते सोमवार से सामूहिक अवकाश पर हैं. स्टूडेंट्स की परीक्षा शुरू होने में अब महज एक सप्ताह ही बचा है. यह हालात केवल करौली मेडिकल कॉलेज के नहीं हैं. सूत्रों की मानें तो राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी के तहत संचालित हो प्रदेश के 17 मेडिकल कॉलेजों में स्वीकृत टीचिंग स्टाफ के मुकाबले करीब 62 फीसदी पद खाली पड़े हैं. करौली मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रमेश चंद्र मीना का दावा है कि टीचर्स की कमी के बाद भी यहां छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं हुई. उपलब्ध टीचर छात्रों के लिए कड़ी मेहनत की है.
22 जुलाई से सामूहिक हड़ताल पर हैं मेडिकल टीचरदरअसल राजस्थान में राजमेस के 17 मेडिकल कॉलेजों के सभी टीचर्स अपनी मांगों को 22 जुलाई से सामूहिक हड़ताल पर हैं. उनकी मांग है कि उनको भी राज्य सेवा के नियमों का लाभ दिया जाए. अपनी इस मांग को लेकर ये मेडिकल टीचर्स सामूहिक हड़ताल के साथ ही प्रदर्शन भी कर रहे हैं. अब वे आंदोलन को उग्र करने की भी चेतावनी दे रहे हैं. वे 30 जुलाई को राजमेस मुख्यालय का घेराव करने की रूपरेखा बना रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 14:37 IST