Rajasthan

भीलवाड़ा की सड़कों पर गूंजा कारगिल का जोश… शौर्य यात्रा ने जगा दी देशभक्ति की चिंगारी!

Last Updated:July 26, 2025, 23:40 IST

Bhilwara News: भीलवाड़ा में कारगिल विजय दिवस पर भव्य शौर्य यात्रा निकाली गई जिसमें पूर्व सैनिक, स्कूली छात्र, एनसीसी कैडेट्स और स्काउट गाइड्स शामिल हुए. यात्रा का समापन एनसीसी कैंप मुख्यालय पर हुआ.

हाइलाइट्स

कारगिल विजय दिवस पर भव्य शौर्य यात्रा निकाली गई.यात्रा में पूर्व सैनिक, स्कूली छात्र, एनसीसी कैडेट्स शामिल हुए.यात्रा के अंत में वीर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई.भीलवाड़ा. भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध को भले ही 26 साल गुजर चुके हैं, लेकिन उस युद्ध का जोश और जुनून आज भी सैनिकों के दिलों में जिंदा है. भीलवाड़ा में ऐसा ही एक दृश्य देखने को मिला जिसने हर किसी के मन में देशभक्ति की भावना को जगा दिया. कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में पूर्व सैनिकों की ओर से एक भव्य शौर्य यात्रा निकाली गई.

यह यात्रा सूचना केंद्र से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए एनसीसी कैंप मुख्यालय पर संपन्न हुई. इस यात्रा में पूर्व सैनिकों के साथ बड़ी संख्या में स्कूली छात्र, घुड़सवार, एनसीसी कैडेट्स और स्काउट गाइड्स शामिल हुए. जगह-जगह पुष्पवर्षा कर लोगों ने इस यात्रा का स्वागत किया. अंत में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

शहर में निकली भव्य शौर्य यात्रा
सूबेदार मेजर सी एस राठौड़ ने बताया कि आज पूर्व सैनिक बड़ी संख्या में उत्साह के साथ सूचना केंद्र पर एकत्र हुए. 26 साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ लड़ा गया कारगिल युद्ध भारतीय सेना की ऐतिहासिक विजय का प्रतीक है. उस दिन की याद में आज शहर में यह विशाल शौर्य यात्रा निकाली गई. यात्रा में स्कूली छात्र, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड, घुड़सवार और पूर्व सैनिक शामिल हुए. यह यात्रा एनसीसी कैंप मुख्यालय पर समाप्त हुई जहां वीर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई.

कारगिल युद्ध की शहादत आज भी यादसूबेदार मेजर राठौड़ ने बताया कि 26 साल पहले पाकिस्तान ने लगभग तीन महीने तक कारगिल की सीमा पर कब्जा किया हुआ था. यह इलाका दुर्गम पहाड़ियों में स्थित है. उस समय भारतीय सेना ने बहादुरी से लड़ते हुए पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. इस संघर्ष में भारत के लगभग 475 जवानों ने शहादत दी, जबकि पाकिस्तान के लगभग 3000 सैनिक मारे गए. उन्होंने कहा कि यह युद्ध भारत की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक जीतों में से एक मानी जाती है. इससे पहले 1965 और 1971 में भी भारत ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी, लेकिन 1999 की कारगिल लड़ाई एक अलग ही उदाहरण पेश करती है. यह विजय आज भी पूरे देश के लिए गर्व का विषय है.

Location :

Bhilwara,Rajasthan

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भीलवाड़ा की सड़कों पर गूंजा कारगिल का जोश… शौर्य यात्रा ने जगाई देशभक्ति!

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