Karnatak milk rates hike: कर्नाटक में 1 अप्रैल से दूध के दाम बढ़ेंगे, पशुपालकों को मिलेगा फायदा.

Last Updated:March 29, 2025, 07:30 IST
कर्नाटक में 1 अप्रैल से दूध के दाम बढ़ने की घोषणा के बाद राजस्थान समेत कई राज्यों में पशुपालकों ने दूध के दाम बढ़ाने की मांग तेज कर दी है. लोकल-18 ने दूध के दामों को लेकर पशुपालकों से उनकी राय जानी. X
दूध के दाम को लेकर पशुपालकों ने रखी राय
हाइलाइट्स
कर्नाटक में 1 अप्रैल से दूध के दाम 4 रुपए प्रति लीटर बढ़ेंगे.राजस्थान के पशुपालक भी दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.महंगाई के कारण पशुपालकों को खर्च निकालने में हो रही है दिक्कत.
सिरोही. देश के कर्नाटक राज्य में पशुपालकों की मांग पर राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से दूध के दाम चार रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की घोषणा की है. राजस्थान समेत कई राज्यों में लम्बे समय से पशुपालक दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. लोकल-18 ने दूध के दामों को लेकर पशुपालकों से उनकी राय जानी. जिले के खड़ात गांव स्थित बनास डेयरी के मिल्क कलेक्शन सेंटर पर आए पशुपालकों ने अपनी राय रखी.
सेंटर के संचालक और पशुपालक अशोक चौधरी ने बताया कि सिरोही जिले के गुजरात से सटा होने से यहां सरस डेयरी के बजाय गुजरात की बनास डेयरी के मिल्क कलेक्शन सेंटर है. खड़ात गांव में यह सेंटर खुलने के बाद पशुपालकों को दूध के लिए कहीं दूसरी जगह जाने की जरूरत नहीं पड़ती है. यहां दूध का सही दाम मिलने से पशुपालकों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है. वर्तमान में पशुपालकों को दूध के दाम के फेट के मुताबिक 32 रुपए से 100 रुपए तक दिए जा रहे हैं. कम से कम 3 फेट या इससे से ज्यादा वाले दूध को यहां कलेक्ट कर गुजरात बनास की डेयरी भेजा जाता है.
उत्पादन बढ़ने के साथ पशुपालकों की बढ़ेगी आयकर्नाटक की तर्ज पर अगर सरकार दूध के दाम बढ़ती है, तो सेंटर पर दूध कलेक्शन बढ़ेगा और पशुपालकों को अपने उत्पादन का सही दाम मिलेगा. सरस डेयरी की बात करें तो सरस टोंड (नीला) 52 रुपये, स्टैंडर्ड (हरा) 58 रुपये, गोल्ड 66 रुपये और डीटीएम 44 रुपये प्रति लीटर दूध है.
पशुपालकों को भी खर्चा निकालने में दिक्कतदूध उत्पादक, पशुपालक और गांव निवासी देवाराम देवासी ने बताया कि जिले में अधिकांश बनास डेयरी के संग्रहण केंद्र है. सरस डेयरी में अंतिम बार अगस्त 2024 में दाम बढ़ाए गए थे. लंबे समय से दूध के दाम नहीं बढ़ने से महंगाई के मुताबिक इस रेट में दूध देने से पशुपालकों को खर्चा निकालने में दिक्कत होती है. पशुपालक रामाराम गरासिया ने बताया कि उनके पास 3 भैंस और 2 गाय है. इससे जो दूध प्राप्त होता है, वो बनास डेयरी के दूध संग्रहण केंद्र पर दूध देते हैं. इससे उनको जो राशि मिलती है, उससे ही पशुओं के चारे अन्य खर्चे का वाहन करते हैं.
Location :
Sirohi,Sirohi,Rajasthan
First Published :
March 29, 2025, 07:17 IST
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राजस्थान में भी बढ़ना चाहिए दूध के दाम, खर्च निकालना हो रहा मुश्किल