66 साल पुराना यहां का वैष्णोदेवी मंदिर, सिर्फ नवरात्रि में खुलती है गुफा, दर्शन से पूरी होगी हर मनोकामना!

पीयूष पाठक/अलवरः इस समय चैत्र नवरात्रि चल रही है. नवरात्रि के समय नौ दिनों तक माता दुर्गा की नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. माता के भक्त 9 दिनों तक माता की भक्ति भाव से पूजन अर्चना करते हैं. देवी माता की पूजा करने से शारीरिक शांति के साथ मानसिक शांति की भी प्राप्त होती है. इस दौरान अलवर सहित प्रदेश के कई मंदिरों में लाखों की तादाद में श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में आज हम आपको अलवर के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके दर्शन मात्र नवरात्रि के दिनों में ही हो पाते हैं. हम बात कर रहे हैमालखेड़ा बाजार में स्थित वैष्णो देवी मंदिर की. इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि माता रानी के भक्तों को दर्शन करने के लिए गुफा में जाना पड़ता है. यह गुफा सिर्फ नवरात्रि के समय ही भक्तों के लिए खुलती है.
मंदिर के महंत नरेश पाराशर ने बताया कि अलवर जिले के मालाखेड़ा बाजार का यह 66 साल पुराना मंदिर गुफा वाले मंदिर के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर को बनाने के लिए करीब 3-4 साल लगे. इस मंदिर को कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर ही बनाया गया है. यह मंदिर पूर्व दिशा की ओर बनाया गया है. जिसकी वजह से यह पूर्व मुखी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यहां करीब 3 फुट ऊंची संगमरमर से बनी मां वैष्णो देवी की प्रतिमा है. इस मंदिर में वैष्णो देवी के मंदिर की तर्ज पर कृत्रिम गुफा बनाई गई है. गुफा बनाने के लिए कारीगर जम्मू से बुलाए गए.
अलवर का पहला गुफा वाला मंदिर
मंदिर के महंत नरेश पाराशर का कहना है कि मंदिर में अक्षय तृतीया के दिन मां वैष्णो देवी की प्रतिमा स्थापित की गई. यह गुफा वाला मंदिर अलवर जिले में पहला मंदिर है. यहां पर अलवर जिले से ही नहीं बल्कि दिल्ली हरियाणा मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते हैं. महंत ने बताया कि मंदिर में माता दुर्गा की प्रतिमा के साथ राम दरबार, हनुमानजी, वरुण भगवान, संतोषी माता, सिंधियों के इष्ट देव झूलेलाल जी की प्रतिमाएं भी विराजमान है. जो भक्त कटरा वाले वैष्णो देवी मंदिर तक नहीं जा पाते, वे यहां आकर माता के दर्शन करते हैं. गुफा में 3 पिंडी के रूप में माता सरस्वती, लक्ष्मी व काली का स्वरूप विराजमान है.
सिर्फ नवरात्रि में खुलती है गुफा
मंदिर के महंत का कहना है कि गुफा नवरात्र के 9 दिन खोली जाती है. उसके बाद पट बंद कर दिए जाते है. जब गुफा बंद रहती है तो मंदिर की कृत्रिम गुफा में विराजित माता की आरती भी हम बाहर से ही करते है. मंदिर में अखंड ज्योत वैष्णो देवी के दरबार से हर साल लाया जाता है. जिससे होप सर्कस पर होने वाला मां दुर्गा का जागरण भी इसी के साथ शुरू होता है.
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FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 15:28 IST