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Karwa Chauth 2023: करवा चौथ व्रत का सही तरीका क्या है? बैद्यनाथ धाम के ज्योतिषी से जानें पूजा विधि और नियम

परमजीत कुमार/देवघर. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ का व्रत बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं. जबकि इस दिन चंद्रमा का भी बहुत बड़ा महत्व है. दरअसल माता करवा की पूजा कर महिलाएं चंद्रमा को अर्ध्य देने के बाद ही व्रत तोड़ती हैं. वहीं, हर साल करवा चौथ का व्रत कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस साल करवा चौथ बेहद शुभ माना जा रहा है. क्‍योंकि इस दिन कई शुभ योग का भी निर्माण होने जा रहा है.

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्दकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बताया कि इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को रखा जाएगा. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, लेकिन व्रत रखने का सही तरीका पता होना जरूरी है. इस दिन चंद्रमा को अर्ध्य जरूर दें और अर्ध्य देकर ही अपना उपवास तोड़ें, ताकि व्रत के शुभ फल की प्राप्ति हो सके और जातक का वैवाहिक जीवन सुखमय रहे.

करवा चौथ व्रत रखने का सही तरीका
ज्योतिषाचार्य पंडित नन्दकिशोर मुद्गल के मुताबिक, करवा चौथ के दिन महिलाएं सूर्योदय सें पहले स्नान कर सरगी कर लें. सरगी में सात तरह की चीजों का सेवन करें. इसके बाद सम्पूर्ण शिव परिवार और भगवान कृष्ण की स्थापना करें. भगवान गणेश को पीला फूल और लड्डू अर्पण करे. जबकि भगवान शिव और पार्वती को बेलपत्र अर्पण करें. इसके साथ ही श्रृंगार जरूर अर्पण करें, जो कि सबसे अहम है. वहीं, भगवान श्री कृष्ण को माखन और पेड़े का भोग लगाएं. साथ ही बताया कि भगवान के सामने घी के दीपक जलाएं और मिट्टी के करवे पर रोली का स्वास्तिक बनाना कई न भूलें.

करें इस मंत्र का जाप
ज्योतिषाचार्य पंडित नन्दकिशोर मुद्गल ने बताया कि करवे, दूध और जल मिलाकर रखें. पूजा करते वक्‍त अपने पति की दीर्घायु के लिए ‘नमः शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्‌, प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे…’ मंत्र का जाप अवश्य करें. वहीं, पूजा समाप्त करने के बाद करवा चौथ की कथा जरूर सुनें. कथा सुनने के बाद घर के सभी बड़े सदस्यों सें आशीर्वाद लेना शुभ रहता है. इसके बाद महिलाएं 16 श्रृंगार कर चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा को अर्ध्य देकर छलनी से अपने पति का चेहरा देखकर व्रत का पारण करें. पति के हाथों व्रत का पारण शुभ माना जाता है.

करवा चौथ का शुभ मुहूर्त
पंडित नंदकिशोर मुद्गल के मुताबिक, इस साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर (मंगलवार) की रात 10 बजकर 42 मिनट से होने जा रही है और समापन अगले दिन 1 नवंबर (बुधवार) की रात 9 बजकर 53 मिनट पर होगा. वहीं, उदयातिथि और चंद्रोदय को देखते हुए 1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. वहीं, पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 12 मिनट से रात 8 बजकर 43 मिनट तक रहने वाला है. ( नोट: यह खबर मान्‍यताओं पर आधारित है. न्‍यूज़ 18 इसकी पुष्‍टि नहीं करता है.)

Tags: Deoghar news, Dharma Aastha, Karwachauth, Religion 18, Vrat

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