Kesar Ki Kheti | Saffron farming at home | Grow saffron in pots | Kashmir saffron growing tips | Home gardening saffron | Saffron bulbs planting guide | How to grow saffron easily

Last Updated:December 05, 2025, 10:26 IST
Kesar Ki Kheti: घर पर केसर उगाना अब मुश्किल नहीं रहा. सही तापमान, अच्छे ड्रेनेज वाले गमले और क्वालिटी बल्ब का इस्तेमाल करके आप आसानी से घर में ही केसर की खेती कर सकते हैं. कंटेनर और पॉट में खेती शहरी घरों के लिए सबसे बेहतर विकल्प है, क्योंकि इसमें ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती. मिट्टी में 50% रेत, 30% गार्डन मिट्टी और 20% कंपोस्ट मिलाने से बेहतरीन परिणाम मिलते हैं.
Gardening Tips: घर पर केसर उगाना अब पहले की तरह मुश्किल नहीं रहा है. कश्मीर जैसे ठंडे इलाकों में ही इसकी खेती होती थी, लेकिन अब जिन राज्यों में सर्दियां पर्याप्त पड़ती हैं, वहां इसे आसानी से गमलों, कंटेनरों या ग्रो बैग में उगाया जा सकता है. बस वातावरण का तापमान 10°C से 20°C के बीच होना चाहिए. इस तापमान में केसर का अंकुरण अच्छे से होता है और पौधे मजबूत बनते हैं.

गार्डेनिंग एक्सपर्ट रमेश कुमार ने बताया कि केसर लगाने का समय इसकी सफलता का मुख्य आधार है. अक्टूबर से नवंबर का महीना इसके बल्ब लगाने के लिए सबसे सही माना जाता है. इस दौरान मौसम न तो बहुत ठंडा होता है और न ही अधिक गर्म, जिससे बल्ब तेजी से सक्रिय होकर जड़ों का विकास शुरू कर देते हैं. सही समय पर लगाए गए बल्ब पौधे को पूरी ऊर्जा देते हैं और फूल आने की संभावना अधिक बढ़ाते हैं.

उन्होंने बताया मिट्टी का मिश्रण तैयार करना भी आवश्यक कदम है. केसर जलभराव बिल्कुल पसंद नहीं करता, इसलिए हल्की, भुरभुरी और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है. इसके लिए 40% सामान्य मिट्टी, 30% वर्मीकम्पोस्ट और 30% बालू मिलाकर एक उत्तम ग्रोइंग मिक्स तैयार किया जाता है. यह मिश्रण पौधे की जड़ों को सांस लेने की सुविधा देता है और नमी संतुलित रखता है.
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गार्डेनिंग एक्सपर्ट ने बताया कि केसर के बल्ब लगाने का तरीका बेहद सरल है, लेकिन थोड़ी सावधानी जरूरी होती है. बल्ब को केवल 1 इंच गहराई तक मिट्टी में दबाया जाता है और उसका नुकीला, चोटी जैसा हिस्सा ऊपर की ओर रखा जाता है, जिससे अंकुर आसानी से बाहर निकल सकें. लगाने के बाद मिट्टी को हल्का-सा दबाकर सिर्फ स्प्रे के रूप में पानी देना चाहिए ताकि बल्ब अधिक गीले न हों.

देखभाल के दौरान धूप और पानी पर विशेष ध्यान देना पड़ता है. गमले को ऐसी जगह रखें जहा सुबह की 2 से 3 घंटे की हल्की धूप मिलती हो, क्योंकि तेज धूप केसर के नाजुक पौधे को नुकसान पहुंचा सकती है. इसके अलावा पानी तभी दें जब मिट्टी पूरी तरह सूखी दिखाई दे, क्योंकि अधिक नमी पौधे के सड़ने का कारण बनती है. नियमित निगरानी से पौधे स्वस्थ रहते हैं.

केसर के पौधों में अंकुरण बहुत जल्दी दिखाई देने लगता है. लगभग 10से 15 दिनों में छोटे-छोटे हरे अंकुर सतह पर नज़र आने लगते हैं. इसके बाद पौधा धीरे-धीरे विकसित होता है और लगभग 40 से 50 दिनों में खूबसूरत बैंगनी रंग के फूल खिलने लगते हैं. ये फूल देखने में जितने सुंदर होते हैं, उनसे निकला केसर उतना ही कीमती माना जाता है.

फूल के अंदर मौजूद नारंगी या लाल रंग के तीन महीन स्टिग्मा ही असली केसर होते हैं. इन्हें बहुत सावधानी से तोड़ा जाता है ताकि धागे टूटें नहीं और उनकी गुणवत्ता बनी रहे. तोड़ने के बाद इन्हें छांव में अच्छी तरह सुखाया जाता है, जिससे इनकी खुशबू, रंग और स्वाद लंबे समय तक बरकरार रहे. घर पर उगाया गया यह केसर शुद्ध और बहुत लाभकारी होता है.
First Published :
December 05, 2025, 10:26 IST
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घर बैठे उगाएं कीमती केसर! कंटेनर फार्मिंग से पाएं कश्मीर जैसे नतीजे



