बाबा श्याम के फाल्गुन लक्खी मेले में भक्तों की उमड़ी भीड़

Last Updated:March 04, 2025, 10:30 IST
KhatuShyam Ji Mela Special: बाबा श्याम के फाल्गुन लक्खी मेले का पांचवां दिन है. भक्त दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा, यूपी, बिहार से आ रहे हैं. बाबा का श्रृंगार मनमोहक है. 8 मार्च से भीड़ बढ़ेगी.X
बाबा श्याम का मनमोहक श्रृंगार
विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के फाल्गुन लक्खी मेले का आज पांचवां दिन है. आज सुबह से बाबा श्याम के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. लखदातार के दर्शन के लिए दिल्ली, मुंबई कोलकाता, हरियाणा, यूपी, बिहार सहित देश विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं. वहीं, आज बाबा बाबा श्याम का श्रृंगार बहुत मनमोहक है. भक्त खाटू नरेश के दर्शन कर मनमोहित हो रहे हैं.
आपको बता दें कि अभी बाबा श्याम के दरबार में भक्तों की अधिक भीड़ नहीं है. भक्त आसानी से कुछ देर में ही बाबा श्याम के दर्शन कर रहे हैं. श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा भक्तों के स्वागत के लिए मंदिर परिसर क्षेत्र में गुलाब जल और सुगंधित इत्र जल का छिड़काव किया जा रहा है.
हीरे और रतन जड़ित सोने का मुकुट पहनाया गया आज बाबा श्याम का श्रृंगार बहुत मनमोहक है. बाबा को विदेशों से लाए गए गुलाबी, हरे और लाल रंग के सुगंधित फूलों से सजाया गया है. इसके अलावा खाटूश्याम जी को रत्न जड़ित सोने का मुकुट पहनाया गया है. जिसमें बीचों बीच मोरपंख डिजाइन का हीरा लगा हुआ है. वहीं, आज बाबा को नीलम लगे सोने का हार भी पहनाया गया है. इसके अलावा बाबा श्याम के गर्भ ग्रह को भी गुलाबी थीम पर सजाया गया है.
8 मार्च से बढ़ेगी भीड़ बाबा श्याम का फाल्गुन लक्खी मेले का मुख्य आयोजन एकादशी को होगा. इस दिन बाबा श्याम को नगर भ्रमण कराया जाता है. इससे पहले 8 मार्च से भक्तों की संख्या बढ़ने का अनुमान है और लगातार 11 मार्च तक मंदिर में भीड़ रहेगी. ऐसे में अगर भक्तों की संख्या बढ़ती है तो चारण मैदान और लखदातार ग्राउंड से होकर भक्त खाटूश्याम जी मंदिर में पहुंचेंगे. इसमें आठ किलोमीटर भक्तों को चलना पड़ेगा.
कौन है बाबा श्याम हारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किया भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि ” बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोंगे”.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
March 04, 2025, 10:30 IST
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विदेश से लाए फूलों से हुआ खाटू नरेश का श्रृंगार, हीरे का मुकुट भी पहनाया गया