झुंझुनूं में बारिश से खरीब फसलों को हुआ नुकसान, किसानों ने की प्रशासन की लापरवाही की शिकायत

रविन्द्र कुमार/ झुंझुनूं: लगातार बारिश के कारण झुंझुनूं में खरीफ फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. हालांकि, प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से न तो गिरदावरी की प्रक्रिया शुरू की गई है और न ही फसलों के नुकसान का आंकलन किया गया है. चवला, मूंग, कपास, मूंगफली और बाजरे जैसी फसलें इस नुकसान से प्रभावित हुई हैं.
फसलों की स्थिति चिंताजनकबारिश के चलते चवला, मूंग और बाजरे के पके हुए दाने दागिल होकर अंकुरित होने लगे हैं. वहीं, कपास पीला पड़ गया है, जिससे किसानों को रूई प्राप्त करने में कठिनाई होगी. मूंगफली भी जमीन के अंदर फिर से अंकुरित होने लगी है. इस स्थिति को देखते हुए किसान खेतों में मूंग, चंवला और बाजरे की लावणी कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
मंत्री के निर्देश, फिर भी निष्क्रियताहाल ही में झुंझुनूं दौरे पर आए जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत ने किसानों की मांग पर अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अक्टूबर माह में गिरदावरी हर हाल में पूरी कर ली जाए. उन्होंने सभी उपखंडों के एसडीएम और तहसीलदारों को कृषि पर्यवेक्षक, ग्राम सेवक और पटवारी के समन्वय से गिरदावरी करने के आदेश दिए, ताकि किसानों को सही मुआवजा मिल सके. लेकिन, इस काम की शुरुआत अभी तक कहीं नहीं हुई है.
फसली बुआई का विवरणइस सीजन में जिले में कुल 308,709 हैक्टर भूमि पर फसलें बोई गई हैं, जिसमें बाजरा 166,944 हैक्टर, मूंग 39,775 हैक्टर, चंवला 27,663 हैक्टर, मूंगफली 13,442 हैक्टर और कपास 5,308 हैक्टर शामिल हैं. किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही गिरदावरी और मुआवजे की प्रक्रिया शुरू नहीं होती, तो उनकी स्थिति और भी बिगड़ सकती है.
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FIRST PUBLISHED : September 29, 2024, 15:42 IST