Khatu Shyam Ji Darshan: Baba Shyam decorated with red, yellow and blue flowers is very attractive, you should also have darshan

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 07, 2025, 14:03 IST
Khatu Shyam Ji Darshan: खाटूश्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मंदिर मोहनदास महाराज ने बताया कि आज बाबा को खुशबूदार फूलों से सजाया गया. लाल, पीले, नीले और केसरिया रंग के फूलों से सजे बाबा श्याम भक्तों के मन को खूब …और पढ़ेंX
बाबा श्याम का मनमोहक श्रृंगार
बाबा श्याम के फाल्गुन लक्खी मेले से पहले बाबा श्याम के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा सहित देश-विदेश से भक्त बाबा श्याम के दर्शन के लिए आ रहे हैं. बाबा श्याम के ख्याति भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में लखदातार के लाखों भक्त अपने दिन की शुरुआत बाबा श्याम के दर्शन कर करना चाहते है.
वे रोज तो खाटूश्याम जी नहीं आ सकते हैं. ऐसे में Local 18 आपकी इस समस्या का समाधान लेकर आया है. आज 7 फरवरी के दिन खाटूश्याम मंदिर में क्या कुछ खास और कैसा हुआ है.आज बाबा श्याम श्रृंगार ये बताएंगे साथ ही बाबा श्याम की आरती के दर्शन कराएंगे.
विभिन्न रंगों के फूलों से सजे बाबा श्याम खाटूश्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मंदिर मोहनदास महाराज ने बताया कि आज बाबा को खुशबूदार फूलों से सजाया गया. लाल, पीले, नीले और केसरिया रंग के फूलों से सजे बाबा श्याम भक्तों के मन को खूब पसंद आ रहे हैं. वहीं, आज बाबा के दरबार में गुलाब हाथ में लेकर मंदिर जाने वाले भक्तों की संख्या बढ़ गई है. आज बाबा श्याम को विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग भी लगाया गया है. फूलों से सजे बाबा श्याम भक्तों को खूब पसंद आ रहे हैं. भक्त भी बाबा श्याम के दर्शन कर अपने कष्टों का निवारण मांग रहे हैं. पुजारी ने बताया कि आज बाबा श्याम श्याम वर्ण में भक्तों को दर्शन देंगे.
आज ये होगा खास आज रोज डे होने के कारण प्रेमी जोड़ों की मंदिर में भारी भीड़ रहेगी. सुबह मंदिर खेलने के बाद से ही बाबा के दरबार में भक्त लाइन लगाकर बाबा के दर्शन कर रहे है. वहीं, आज बाबा श्याम के मंदिर में कुछ खास नहीं होने वाला है. सामान्य दिनों की तहत हो बाबा की पांच आरतियां होंगी. इसके अलावा 28 फरवरी से शुरू होने वाले फाल्गुन लक्खी मेले की तैयारियों तेज हो गई है. मंदिर में भक्तों की सहूलियत को लेकर अनेकों मान्यताएं की जा रही हैं.
कौन है बाबा श्याम हारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किया भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि ” बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोंगे
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
February 07, 2025, 14:03 IST
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लाल, पीले और नीले फूलों से सजे बाबा श्याम का भव्य श्रृंगार, आप भी कीजिए दर्शन