Khatu Shyam Ji darshan during summers know arrangements

Last Updated:April 17, 2025, 15:35 IST
खाटूश्याम जी मंदिर में भक्तों की भीड़ बढ़ रही है. मंदिर कमेटी ने ठंडे पानी, छाया, पंखे और कारपेट की व्यवस्था की है. बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है.X
दिन में एक बजे से चार बजे तक बंद रहता है बंद
हाइलाइट्स
खाटूश्याम जी मंदिर में भक्तों की भीड़ बढ़ रही है.मंदिर में ठंडे पानी, छाया, पंखे और कारपेट की व्यवस्था है.मंदिर दोपहर 1 से 4 बजे तक आम भक्तों के लिए बंद रहता है.
सीकर:- विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के दरबार में लगातार भक्तों का हुजूम उमड़ता जा रहा है. गर्मी में भी खाटूश्याम जी मंदिर में भक्तों की संख्या कम नहीं हो रही है, बल्कि बढ़ रही है. ऐसे में भक्तों की सहूलियत को लेकर श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा भी अनेकों व्यवस्थाएं की जा रही हैं. श्याम श्रद्धालु दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा सहित देश-विदेश से बाबा श्याम के दीदार करने के लिए मंदिर में पहुंच रहे हैं. इस कारण मंदिर परिसर में आस्था का अनोखा उत्सव देखने को मिल रहा है.
भक्तों के लिए की गई है ये व्यवस्थाश्री श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने लोकल 18 को बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर में ठंडे पानी,छाया और पंखों की विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि भक्तों को गर्मी में किसी को परेशानी न हो. इसके अलावा नंगे पैर आने पदयात्रियों के लिए मंदिर क्षेत्र में विशेष कारपेट बिछाए गए हैं.
इसके अलावा गर्मी से बचाव के लिए स्प्रे सिस्टम से पानी, गुलाब जल और इत्र की बौछाल भक्तों पर किया जा रहा है, आपको बता दें कि फाल्गुन मेले का बाद से भक्तों की भीड़ निरंतर बनी हुई है. वहीं एकादशी के दिन और भी बढ़ जाती है.
दिन में एक बजे से चार बजे तक बंद रहता है मंदिरखाटूश्याम जी मंदिर रोजाना दोपहर 1:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक आम भक्तों के लिए बंद रहता है. केवल हर महीने लगाने वे दो दिवसीय मासिक मेले (एकादशी और द्वादशी) के दिन ही दोपहर 1:00 बजे से लेकर 4:00 बजे के बीच मंदिर कपाट इस समय बंद नहीं होता है. इसके अलावा शनिवार और रविवार के समय अगर विशेष परिस्थितियों में भक्तों की संख्या अधिक रहती है, तो भी दिन के समय मंदिर बंद नहीं होता है.
इसके अलावा सोमवार से लेकर शुक्रवार तक दोपहर को 1:00 से लेकर 4:00 तक हमेशा बंद होता है. इसके अलावा उत्सव या मेले को छोड़कर आम दिनों में रात को 10:00 बजे शयन आरती के बाद बाबा श्याम के पट बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले दिन 4:30 मंगला आरती के समय खुलते हैं.
कौन हैं बाबा श्याम?हारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसे तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ब्राह्मण का रूप लेकर आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किया भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि “बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोंगे”.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 17, 2025, 15:35 IST
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