नहीं जा पा रहे खाटूश्याम दरबार…तो मंदिर पुजारी ने बता दिया, एकादशी पर घर पर करें यह काम

Last Updated:March 05, 2025, 15:56 IST
Khatus Shyam Mela: इस समय लाखों की संख्या में भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने के लिए मेले में पहुंच रहे हैं, लेकिन कुछ भक्त ऐसे हैं, जो आना तो चाहते हैं, लेकिन दर्शन करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो ऐसे भक्तों …और पढ़ेंX
कृष्ण के रूप में करे श्याम की पूजा
हाइलाइट्स
खाटू श्याम के दर्शन नहीं कर पा रहे भक्त घर पर पूजा करें.एकादशी के दिन व्रत रखें और बाबा को पसंदीदा भोजन का भोग लगाएं.मोरपंख बाबा श्याम की फोटो के पास रखें और सच्चे मन से पूजा करें.
सीकर. विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के मंदिर में हर साल करोड़ों श्रद्धालु उनके दर्शन करने आते हैं. भक्तों के अनुसार मंदिर में पहुंचकर खाटू नरेश के सामने अर्जी लगाने से मनोकामना पूरी होती है. लेकिन कुछ लोग किसी कारण से दर्शन करने नहीं जा पाते हैं. तो ऐसे लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं. दरअसल अभी बाबा श्याम का फाल्गुन लक्खी मेला चला रहा है, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा, यूपी, बिहार सहित देश विदेश से भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने आ रहे हैं. लेकिन ऐसे अनेकों भक्त हैं, जो मेले में जाकर बाबा श्याम के तो दर्शन करना चाहते है, लेकिन किसी कारण से वे नहीं जा पा रहे. तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मंदिर के मुख्य पुजारी बताते हैं, कि आप घर पर ही कुछ उपाय करके बाबा को प्रसन्न कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं इस बारे में पुजारी ने क्या बताया है.
कृष्ण के रूप में करें श्याम की पूजा खाटू श्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मोहनदास महाराज ने बताया, कि कृष्ण के रूप में बाबा श्याम की पूजा अर्चना करने से जिस जगह पर भी वह हैं, वहीं से बाबा श्याम उसकी भक्ति को स्वीकार कर लेते हैं. पुजारी ने बताया, कि बाहरी दिखावे से ज्यादा आंतरिक रूप से बाबा की भक्ति करें. सच्चे और शुद्ध मन से जो बाबा को पूजता है उसका काम भी नहीं रुकता है.
घर पर करें ये काम पुजारी ने आगे बताया, कि बाबा का मुख्य मेला एकादशी को होता है. यह दिन सभी श्याम भक्तों के लिए बहुत विशेष होता है. क्यूंकि जिस दिन बाबा का शीश मिला था वह एकादशी का दिन था. ऐसे में बाबा को खुश करने के लिए इस दिन व्रत जरूर रखें, और खाटू नरेश की पूजा अर्चना करें. इसके अलावा उन्हें उनके पसंदीदा भोजन का भोग लगाएं.
मोरपंख बाबा को जरूर भेंट करें आगे वे बताते हैं, कि बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का रूप माना जाता है. उनके वरदान के कारण ही बर्बरीक श्याम बने थे. मोरपंख को भगवान कृष्ण का प्रतीक माना जाता है. इसीलिए व्रत के दौरान बाबा श्याम की फोटो के पास मोरपंख जरूर रखें. वहीं आगे खाटूश्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी महंत मोहनदास महाराज ने बताया, कि बाबा को सच्चे मन से कोई कहीं से भी याद करता है, तो वे उनकी मनोकामना जरुर पूरी करते हैं. भक्त घर पर आराम से व्रत करके गाय के दूध से बने व्यंजनों का भोग लगाएं और रात को व्रत खत्म करते समय बाबा का कीर्तन करें.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
March 05, 2025, 15:56 IST
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