KhatuShyam Ji: एक दिन में खाटूश्याम की कितनी बार होती है आरती, किस-किस समय बाबा करते श्रृंगार? जानें शेड्यूल
सीकर:- विश्व प्रसिद्ध कलयुग के अवतार बाबा श्याम के दरबार में रोजाना लाखों भक्त आकर उनके दर्शन करते हैं. भक्तों की श्रद्धा के अनुसार आरती के समय श्याम के दर्शन करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. लेकिन बाबा श्याम के अधिकांश भक्तों को बाबा श्याम के मंदिर में होने वाली आरती और उसके समय की जानकारी नहीं होने के कारण वे बिना आरती में शामिल हुए ही वापस लौटते हैं. बाबा श्याम की एक दिन में पांच बार आरती होती है. एक दिन में दो बार लखदातार का श्रृंगार किया जाता है. भक्त बाबा का विशेष श्रृंगार देखकर मोहित हो जाते हैं. जानकारी के अनुसार, एकादशी, द्वादशी, शनिवार और रविवार के दिन बाबा श्याम के मंदिर के कपाट 24 घंटे खुले रहते हैं.
खाटूश्याम जी मंदिर में होती है पांच आरती1. मंगला आरती श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा बाबा श्याम की आरती समय अनुसार की जाती है. कमेटी की समय सारणी के अनुसार सर्दियों के समय में 5:30 बजे खाटू श्याम जी की पहली आरती होती है. उस आरती को मंगला आरती कहा जाता है. मंगला आरती के समय भक्तों की अपार भीड़ रहती है. बाबा श्याम की नगरी में आने वाला हर भक्त मंगला आरती में जरूर शामिल होना चाहता है.
2. श्रृंगार आरतीबाबा श्याम का हर रोज विशेष श्रृंगार होता है. विशेष श्रृंगार के बाद विशेष आरती की जाती है. इसी आरती के दौरान बाबा श्याम को विशेष फूलों से सजाया जाता है. इसी आरती के दौरान बाबा श्याम भक्तों को नए रूप में नजर आते हैं. इस कारण इसे श्रृंगार आरती भी कहते हैं. श्रृंगार आरती सर्दियों में प्रातः 8:00 बजे होती है.
3. भोग आरतीयह आरती दोपहर के समय की जाती है. इस आरती के दौरान बाबा श्याम को विशेष भोग लगाया जाता है. वहीं श्याम को गाय के दूध से बनने वाली मिठाइयों का भोग आरती के दौरान रोजाना लगाया जाता है. इस आरती के दौरान भक्तों को प्रसाद का वितरण भी किया जाता है. वर्तमान समय में भोग आरती दोपहर 12:30 बजे मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा की जाती है.
4. संध्या आरतीयह आरती सूरज ढ़लने के दौरान की जाती है. मंगला आरती के बाद सबसे ज्यादा भीड़ संध्या आरती में ही बाबा श्याम के दरबार में रहती है. इस आरती के दौरान बाबा श्याम का एक बार और विशेष श्रृंगार किया जाता है. ऐसे में एक बार सुबह और एक बार शाम को बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार होता है. संध्या आरती के दौरान मंदिर पुजारी द्वारा की जाने वाली आरती का दृश्य बड़ा ही मनोरम रहता है. वर्तमान में संध्या आरती शाम 6:30 बजे होती है.
5. शयन आरतीयह बाबा श्याम की अंतिम आरती होती है, जो रात्रि के समय की जाती है. इस आरती के बाद आम दिनों में बाबा श्याम के मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. यह आरती वर्तमान समय में रात्रि 9:00 बजे होती है.
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FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 11:09 IST