किरण बेदी पर बेटी की निगरानी के लिए पुलिस का दुरुपयोग करने का आरोप.

Last Updated:March 25, 2025, 09:46 IST
Kiran Bedi Surveillance Controversy: पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी पर बेटी की निगरानी के लिए पुलिस का दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं. बेदी ने आरोपों को खारिज करते हुए इसे कानूनी हस्तक्षेप बताया और जांच की मांग …और पढ़ें
किरण बेदी पर अपनी बेटी की निगरानी के लिए पुलिस महकमे में अपने संबंधों का दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं.
हाइलाइट्स
किरण बेदी पर बेटी की निगरानी के लिए पुलिस का दुरुपयोग करने का आरोप.बेदी ने आरोपों को खारिज कर जांच की मांग की.बेदी ने इसे कानूनी हस्तक्षेप बताया.
पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी की पहचान सुपर कॉप वाली रही है. भारत की पहली महिला आईपीएस के रूप में उनका नाम इतिहास में दर्ज हो गया. दिल्ली पुलिस में रहने के दौरान वह अपनी बेदाग छवी के लिए जानी जाती रही हैं. हालांकि अब उन पर बेटी की निगरानी के लिए पुलिस महकमे में अपने संबंधों का दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं. द मिनट मिनट में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, बेदी ने 2003 में दिल्ली पुलिस के जरिये अपनी 20 वर्षीय बेटी और एक होटल व्यवसायी पर ‘आक्रामक निगरानी अभियान’ चलवाया था.
आरोप है कि होटल व्यवसायी ‘वीज़ा स्कैम’ के धंधे में शामिल था और इसमें किरण बेदी की सार्वजनिक छवि का भी इस्तेमाल किया जा रहा था. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बेदी और उनके करीबी सहयोगियों के बीच ईमेल और कैसेट टेप के जरिये यह निगरानी अभियान चलाया गया. उस समय किरण बेदी संयुक्त राष्ट्र में तैनाती के लिए न्यूयॉर्क गई हुई थीं.
किरण बेदी पर क्या-क्या आरोपमीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह निगरानी अभियान बेदी की बेटी और उसके साथी की निजता का उल्लंघन था. साथ ही, यह आरोप भी लगाया गया कि दिल्ली पुलिस को वीजा घोटाले में कुछ अहम सुराग मिले, लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस सर्विलांस ऑपरेशन के दौरान 2003 में एक स्विस राजनयिक के यौन शोषण मामले से जुड़ा एक संभावित सुराग मिला था, लेकिन इसे जांच अधिकारियों तक नहीं पहुंचाया गया.
सुपर कॉप की सफाईहालांकि इस पर प्रतिक्रिया देते हुए किरण बेदी ने कहा, ‘मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. मैंने केवल पुलिस से अनुरोध किया था कि मेरी बेटी को बचाया जाए और कुछ नहीं.’ टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, खुद पर लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए किरण बेदी ने कहा, ‘जब मेरी बेटी को 22 साल पहले झूठे जाल में फंसाया जा रहा था, तब मैंने पुलिस से अनुरोध किया था कि एक निर्दोष जीवन को बचाएं. पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाया और मैंने एक मां के रूप में अपना.’
उन्होंने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह ‘कानूनी हस्तक्षेप’ थी. उन्होंने कहा, ‘यह निगरानी अभियान मेरी बेटी को एक चालाक आदमी के चंगुल से बचाने के लिए था, जो जानता था कि मैं देश से बाहर हूं. मैं पुलिस और अपने दोस्तों की आभारी हूं जिन्होंने इस संकट के समय मेरा साथ दिया.’
किरण बेदी ने इस रिपोर्ट के सोर्स पर सवाल उठाते हुए पूछा, ‘द न्यूज मिनट को 2003 के मेरे निजी ईमेल कैसे मिले? उन्होंने किस कानून के तहत मेरी ईमेल हैक की?’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ‘कुछ महीने पहले मेरा ईमेल अकाउंट हैक हुआ था. मैंने क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. अब इस मामले की जांच होनी चाहिए कि मेरी निजी जानकारियां कैसे लीक हुईं.’
‘समय का चुनाव संदेहास्पद’किरण बेदी ने कहा कि यह रिपोर्ट ‘साजिश के तहत लीक की गई हो सकती है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी पिछले छह वर्षों से पारिवारिक अदालत में केस लड़ रही है. यह रिपोर्ट ऐसे समय पर क्यों आई, जब उसका पति कानूनी लड़ाई में मनचाहा फैसला पाने में असफल रहा?’ उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी बेटी ‘अकेले संघर्ष कर रही है और उसने उन आधारों को मानने से इनकार कर दिया है, जिन्हें साबित नहीं किया जा सका.’
किरण बेदी ने रिपोर्ट को ‘राजनीतिक और व्यक्तिगत एजेंडा’ से प्रेरित बताया और कहा कि वह कानूनी कदम उठाने पर विचार कर रही हैं. अब देखना यह होगा कि पुलिस या अन्य एजेंसियां इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 25, 2025, 09:46 IST
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‘मां के रूप में…’, बेटी की निगरानी कराने के आरोपों पर क्या बोलीं किरण बेदी