Kirodi Lal Meena Kisan Karjmafi Cm House Auction Jaipur News | फिर एक बार पुलिस को धत्ता बता सीएम हाउस पहुंचे किरोड़ी

किसान कर्जामाफी के बावजूद किसानों की जमीन नीलामी से नाराज किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर सीएम हाउस पहुंच गए। ना पुलिस को भनक लगी और ना ही आईबी को इसकी सूचना मिल पाई। ऐसे में पुलिस के हाथ-पांव फूल गए।
जयपुर
Published: January 20, 2022 01:50:29 pm
किसान कर्जामाफी के बावजूद किसानों की जमीन नीलामी से नाराज किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर सीएम हाउस पहुंच गए। ना पुलिस को भनक लगी और ना ही आईबी को इसकी सूचना मिल पाई। ऐसे में पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में किरोड़ी सहित सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। किरोड़ी ने मांग की है कि किसानों के कृषि ऋण माफ करने के साथ ही जमीनों की नीलामी पर रोक लगाई जाए।

फिर एक बार पुलिस को धत्ता बता सीएम हाउस पहुंचे किरोड़ी
दरअसल रामगढ़ पचवारा में किसान कजोड़ मीना ने कर्जा नहीं चुकाया था और बैंक कर्मचारियों के तकाजे से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। इसके बाद भी बैंक वालों ने परिवारजनों को परेशान करना शुरू कर दिया। इस पर किरोड़ी परिजनों व कुछ अन्य लोगों के साथ अचानक सीएम हाउस के बाहर पहुंच गए। पुलिस को इसकी खबर नहीं लगी और ना ही आईबी ने इस संबंध में कोई इनपुट दिया। अचानक पहुंचे किरोड़ी को रोकने के लिए पुलिस मौके पर आई तो प्रदर्शनकारी सड़क पर लेटकर विरोध जताने लगे। सभी नेत नारेबाजी भी की। इसके बाद पुलिस ने किरोड़ी व अन्य समर्थकों को हिरासत में ले लिया। इससे पहले भी किरोड़ी ने कोरोन से अनाथ हुए बच्चों के साथ सीएम हाउस के बाहर धरना दिया था। तब भी पुलिस और आईबी बेखबर नजर आए।
यह था कजोड़ मीना का पूरा मामला कजोड़ मीना ने ट्यूबवेल के लिए 3.87 लाख रुपए का ऋण लिया था। यह ऋण ब्याज सहित 7 लाख रुपए हो गया। इस पर बैंक के कर्मचारियों ने बार-बार तकाजा किया तो कजोड़ ने आत्महत्या कर ली। मौत के दो महीने बाद फिर बैंक कर्मचारियों ने परेशान करना शुरू किया तो उपखंडी अधिकारी रामगढ़ पचवारा को ज्ञापन देकर मांग की गई कि सेटलमेंट करवाकर लोन माफ कर दिया जाए। जिस पर सहमति भी बनी। इसके बाद भी बैंक ने जमीन को नीलाम कर दिया। मैंने विरोध किया तो नीलामी को रद्द कर दिया गया।
किरोड़ी को बातचीत के लिए सीएमओ लाए पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद किरोड़ी सहित सभी प्रदर्शनकारियों को पुलिस स्टेच्यू सर्किल ले गई। यहां सभी को आधा घंटे तक रोके रखा गया। इसके बाद सीएमओ से किरोड़ी को बातचीत के लिए बुलाया गया, जहां उनसे मामले को लेकर चर्चा की।
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