Know 5 sure shot ways of eye care from an eye specialist, do these things immediately in case of cataract. – News18 हिंदी
आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. दूसरों के साथ-साथ खुद का ध्यान रखना भी इंसान के लिए बहुत जरूरी है. अन्यथा कम उम्र में ही लोग बीमार होने लगाते हैं. कुछ बीमारियां तो ऐसी भी हैं जिनका इलाज पूरी जिंदगी करना पड़ जाता है. आंखों से संबंधित समस्याएं भी कुछ ऐसी ही हैं. बुजुर्ग से लेकर छोटे बच्चे तक, आंखों की विभिन्न समस्याओं से भला कौन नहीं जूझ रहा है. इसके पहले कि ये समस्याएं आपके साथ भी शुरू हो जाएं, इनके क्योर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को जानकर उन्हें अपनी रोजमर्रा के जीवन में अपना लेना चाहिए.
बता दें कि आंखों की देखरेख से जुड़ी ये विशेष जानकारी, गुरुग्राम के सेक्टर 46 स्थित आई–क्यू सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अजय शर्मा दे रहे हैं.
रूल ऑफ ट्वेंटी
डॉ. शर्मा ने सबसे पहला टिप्स देते हुए बताया है कि किसी भी इंसान को आंखों की बेसिक सुरक्षा के लिए रूल ऑफ ट्वेंटी का अनुसरण जरूर करना चाहिए. रूल ऑफ ट्वेंटी एक ऐसा नियम है जिसमें आपको कंप्यूटर, मोबाइल या टेलीविजन जैसी चीजों का इस्तेमाल करते समय हर 20 मिनट पर कम से कम 20 सेकंड का विश्राम लेना होगा. साथ ही ऊपर में दर्शाए गए गैजेट्स में से अधिकांश को कम से कम 20 फीट की दूरी से देखना होगा. ऐसा करने से आंखों के बनने वाला आंसू हमेशा बना रहेगा, जिससे आंखें लुब्रिकेंट होकर सुरक्षित रहेंगी.
ब्लू रे कट ग्लासेस का करें इस्तेमाल
बकौल डॉ. शर्मा, आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान ब्लू रे से होता है. यदि आप किसी भी स्क्रीन पर ज्यादा समय व्यतीत करते हैं, तो आपको अनिवार्य रूप से ब्लू रे कट ग्लासेस यानी ऑफिस चश्मे का इस्तेमाल करना होगा. ये चश्मे आपकी आंखों को हानिकारक ब्लू रे से सुरक्षित रखते हैं.
आई लुब्रिकेंट का करें उपयोग
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए आप आई लुब्रिकेंट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. दरअसल, लुब्रिकेंट का इस्तेमाल आपकी आंखों को हमेशा तरोताजा रखता है. इससे आपकी आंखें सूखती नहीं हैं.
मेकअप के समय महिलाएं बरतें ये सावधानी
डॉ. शर्मा बताते हैं कि मेकअप के समय किसी भी महिला को इस बात का अनिवार्य रूप से ध्यान रखना चाहिए कि मस्कारा, काजल या आई लैशेस, आई लेड के बाहर ही लगे. आंखों में उनका लगना बेहद हानिकारक हो सकता है. इतना ही नहीं, मेकअप के इस्तेमाल के बाद सोने से पहले उसे अच्छी तरह से साफ जरूर कर लें. यदि बिना साफ किए आप सोते हैं, तो अगले दिन आंखों में एलर्जी सिस्टम्स दिख सकते हैं.
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रेगुलर कराएं आंखों की जांच
किसी भी इंसान को एक नियमित समय पर अपनी आखों की जांच जरूर करानी चाहिए. कई बार आप आने वाले खतरे से अनभिज्ञ रहते हैं. ऐसे में रेगुलर चेकअप आपको सुरक्षित रख सकता है. साथ ही आप ड्राइविंग के समय भी चश्मे का इस्तेमाल जरूर करें. इससे आपकी आंखें ब्लू रे और यूवी किरणों से बची रहेंगी.
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मोतियाबिंद पर दें विशेष ध्यान
मोतियाबिंद पर डॉ. शर्मा का कहना है कि इसे कभी भी नजरंदाज या टालना नहीं चाहिए. यदि डॉक्टर ने सर्जरी की बात कही है, तो उसे नियत समय पर पूरा कर लेना चाहिए. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो फिर मोतियाबिंद पक जाता है, जिससे अन्य बीमारी काला मोतियाबिंद होनी की संभावना काफी बढ़ जाती है.
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Tags: Eyes, Health News, Local18
FIRST PUBLISHED : February 13, 2024, 08:53 IST