Health

कचनार: औषधीय गुणों से भरपूर पौधा, जानें इसके फायदे.

Health, हमारे भारत देश में कई तरह के पौधे पाए जाते हैं. कुछ तो इतने खास होते हैं जिनकी तुलना अगर संजीवनी बूटी से की जाए, तो वह पूरी तरह से गलत नहीं होता है. ऐसे ही अगर पौधे की बात हम करें तो उनमें से ही एक है, ‘कचनार’. इस पौधे को प्रकृति का अनमोल खजाना भी बोले तो पूरी तरह से गलत नहीं होगा. इसके ऐसे कई फायदे हैं, जिनको यह आसानी से दूर कर सकता हैं. जैसे- जोड़ों के दर्द से लेकर थायराइड, गांठों की समस्या और पेट के पाचन को सुधारने तक यह हर समस्या पर असर दिखाकर उसे दूर कर सकता है. तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ और विशेषताएं, जिससे आप इसका अच्छे से इस्तेमाल कर सकते हैं.

कचनार का वैज्ञानिक नाम क्या है?

जहां एक ओर कचनार का पौधा अपने खूबसूरत फूलों के लिए जाना जाता है. क्या आप इसका वैज्ञानिक नाम जानते हैं, आज हम आपको इसका नाम बताते हैं, इसका नाम है, ‘बौहिनिया वैरीगेटा’ है. यह कई इलाकों जैसे- चीन, दक्षिण-पूर्व एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है. भारत के पहाड़ी इलाकों में भी इसको आसनी से पाया जा सकता है. खास कर हिमाचल प्रदेश में इसे बहुत पसंद किया जाता है.

कचनार के फायदे

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेस में छपी एक स्टडी के अनुसार, यह पौधा आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और पारंपरिक चीनी चिकित्सा में मधुमेह, सूजन, श्वसन समस्याओं और त्वचा रोगों के इलाज में कारगर माना गया है. इसके औषधीय महत्व के अलावा, बी. वेरिएगाटा का सांस्कृतिक महत्व भी है. इसे धार्मिक समारोहों, त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उपयोग किया जाता है. देवी लक्ष्मी और मां सरस्वती को इसके फूल अर्पित किए जाते हैं, और मंदिरों में इसको भक्तों के द्वारा चढ़ाया भी जाता है.

जड़ से लेकर पत्ती तक है फायदेमंद

इसका जिक्र आदिकाल से ही किया जाता रहा है. अगर हम पुराने आयुर्वेद के ग्रंथों को देखें तो इसका जिक्र तभी से होता आ रहा है. चाहे वो उसकी छाल, फूल, पत्तियां हों या इसका कोई अन्य हिस्सा इसका प्रयोग हर तरीके में दवा की तरह काम आता है. कई लोगों को तो पता ही नहीं होगा कि ‘कचनार’ की सब्जी पेट के पाचन को सुधारती है, जिससे कब्ज, गैस और अपच की समस्याएं दूर होती हैं.

त्वचा के लिए है फायदेमंद

अगर हम बात त्वचा की करें, तो ‘कचनार’ इसके लिए भी फायदेमंद होती है. इसके फूल और छाल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो खुजली, फोड़े-फुंसियों और दाद जैसी समस्याओं को दूर करने में राहत देते हैं. थायराइड और शरीर की गांठों को ठीक करने में भी इसे काफी असरदार माना गया है.

थायराइड और शरीर की गांठों से मिलता है छुटकारा

आयुर्वेद में ‘कचनार’ को थायराइड और शरीर में गांठों को कम करने के लिए उपयोगी माना गया है. यह रक्त-पित और इससे जुड़ी समस्याओं को सुधारने में लाभकारी है.

खाने में भी है इसका उपयोग

कई जगहों पर ‘कचनार’ की सब्जी भी बनाई जाती है. हिमाचल में इसे ‘कराली’ या ‘करयालटी’ कहा जाता है. इसका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, लेकिन पकने के बाद यह बहुत स्वादिष्ट होता है, और सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होता है.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj