नवोदय विद्यालय में एडमिशन से पहले जानें पूरी प्रवेश प्रक्रिया, नहीं आएगी कोई मुश्किल

Last Updated:April 24, 2025, 09:46 IST
प्रधानाचार्य मोहम्मद हुसैन बताया कि जब नवोदय विद्यालय में छात्र-छात्रा का प्रवेश हो जाता है तो उच्च उन छात्र-छात्राओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने का हमेशा मानस रहता है. यहां पर अगर एक बार विद्यार्थी का प्रव…और पढ़ेंX
दौसा नवोदय विद्यालय
नवोदय विद्यालय की स्थापना पूरे देश में 1985 में हुई थी न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सोच थी कि ग्रामीण क्षेत्र में भी बहुत सारे प्रतिभाएं छुपी रहती हैं. उनको हम निखार सकते हैं. उनको हम सही मौका दे सकते हैं. ऐसी मनसा को लेकर नवोदय विद्यालय की स्थापना की गई थी. नवोदय विद्यालय में आसानी से छात्र-छात्राओं का प्रवेश हो जाता है. नवोदय विद्यालय में सारी सुविधा निशुल्क उपलब्ध छात्र-छात्राओं को होती है. नवोदय विद्यालय में प्रवेश होने के बाद यहां का छात्र होनहार बनकर ही बाहर निकलता है.
दोसा में स्थित खेड़ली गांव में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद हुसैन बताया कि जब प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे तब नवोदय विद्यालय सिस्टम की स्थापना की गई थी. वह तभी से चला आ रहा है. पूरे देश में लगभग 650 से अधिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं. हर जिले में एक नवोदय विद्यालय तो संचालित हो ही रहा है. लेकिन तमिलनाडु राज्य के अलावा सभी राज्यों में नवोदय विद्यालय संचालित हो रहे हैं.
उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने का मानस रहताप्रधानाचार्य मोहम्मद हुसैन बताया कि जब नवोदय विद्यालय में छात्र-छात्रा का प्रवेश हो जाता है तो उच्च उन छात्र-छात्राओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने का हमेशा मानस रहता है. यहां पर अगर एक बार विद्यार्थी का प्रवेश हो जाता है.वह सामान्य बालको से अलग हो जाता है. यहां की रहन-सहन और पढ़ाई अन्य विद्यालयों से अलग होती है.
विद्यार्थी का पढ़ाई और रहने का खर्च केंद्र सरकार करती प्रधानाचार्य मोहम्मद ने बताया कि नवोदय विद्यालय में रहने वाले समस्त छात्र-छात्राओं का केंद्र सरकार के द्वारा खर्चा दिया जाता है. यहां पर पढ़ाई के लिए जो भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है वह निशुल्क होती है. वही रहने के लिए छात्र-छात्राओं को आवास की भी सुविधा उपलब्ध है. जिस्म भी कोई छात्र-छात्रा को खर्च नहीं करना पड़ता है. जितना भी खर्च होता है वह नवोदय विद्यालय की समिति ही खर्च करती है. छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार का आर्थिक बोझ का सामना नहीं करना पड़ता है.
प्रवेश प्रक्रिया इस प्रकार से होती प्रधानाचार्य मोहम्मद नहीं बताया कि नवोदय विद्यालय में प्रवेश लेने के लिए किसी भी प्रकार की कोई सीट किसी भी वर्ग या छात्रा के लिए आरक्षित नहीं है. जीन वर्गों को सामाजिक वर्ग से आरक्षण मिला हुआ है उसके आधार पर पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं कक्षा 6 के लिए परीक्षा पास करनी होती है यह परीक्षा पूरे वर्ष भर में एक बार होती है. यह परीक्षा जनवरी या फरवरी महीने में आयोजित होती है.
इस जिले का होना चाहिए छात्र-छात्रा जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया में जो छात्र-छात्रा सम्मिलित होता है और वह जहां पढ़ना चाहता है इस जिले का वह निवासी होना चाहिए. प्रवेश होने के बाद कक्षा 6 से कक्षा 12 तक नवोदय विद्यालय में रहकर विद्यार्थी पढ़ाई कर सकता है. अगर कक्षा 5 में पढ़ने वाले छात्र कक्षा 6 में प्रवेश के दौरान भी कई बार सीट खाली रह जाती है तो उन सीटों पर कक्षा 9 और कक्षा 11 के लिए भी परीक्षा देनी होती है उसके बाद में प्रवेश दिया जाता है.
Location :
Dausa,Rajasthan
First Published :
April 24, 2025, 09:46 IST
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नवोदय विद्यालय में एडमिशन से पहले जानें पूरी प्रवेश प्रक्रिया