Kota News : जंगल में जीने के लिए यहां तेदुए के बच्चे ले रहे हैं ट्रेनिंग, खुले में आ रहे हैं वन्यजीव
रिपोर्ट- शक्ति सिंह
कोटा. चंबल नदी की गोद में बसे कोटा शहर और चंबल के किनारों पर स्थित मुकुंदरा टाइगर रिजर्व और चंबल घड़ियाल सेंचुरी में मौसम में बदलाव आने से वन्यजीव अब खुले में आने लगे हैं. यहां काफी तादात में पैंथर भी रहते हैं. इन दिनों मादा पैंथर अपने शावकों के साथ अठखेलियां करती हुई भी नजर आती हैं. ऐसी एक दृश्य को कैमरे में कैद किया वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट आदिल सैफ ने. इन फोटो में मादा पैंथर अपने शावकों को पहाड़ पर चढ़ने और संतुलन बनाने की ट्रेनिंग देती नजर आ रही है.
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फोटो में मादा पैंथर अपने 2 से 3 महीने के 2 शावकों को जीवन के गुर सीखा रही है. पैंथर के शावकों के शुरुआती 18 महीने काफी महत्वपूर्ण होते हैं, इस दौरान बच्चे अपनी मां से जीने का हुनर सीखते हैं, मां उन्हें शिकार करने से लेकर दुश्मनों से बचने का गुर सिखाती है. जन्म के डेढ़ साल बाद मां अपने बच्चों का साथ छोड़ देती है.
वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट आदिल सैफ ने बताया कि ऐसा पहली बार देखा गया है जब तेंदुआ अपने बच्चो को इतनी उंचाई पर इतना जोखिम लेकर उनको ऊपर चढ़ा रही है. मादा पहले खुद ऊपर चढ़ जाती है तथा शावकों को ऊपर जाने का रास्ता दिखाती है. आदिल ने बताया शावकों को ऊपर चढ़ने मेंडेढ़ घंटे का समय लगा. एक फोटो में आप देखेंगे मादा तेंदुआ एक बच्चे के साथ ऊपर बैठी है और एक बच्चे को ऊपर चढ़ते देख रही है, जहां से बच्चा ऊपर चढ़ रहा है. वहां से गिरने का जोखिम बहुत है. मगर कुछ देर बाद दूसरा शावक भी ऊपर चढ़ जाता है. अगर मादा तेंदुआ चाहती तो इन दोनों शावकों को अपने मुंह में दबाकर ऊपर चढ़ सकती थी. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.
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Tags: Kota news, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : March 15, 2023, 17:40 IST