Kota News : मंदिर की सफाई के दौरान मिले दुर्लभ प्रजाति के चार पक्षी, रात की दुनिया का यह है मूक शिकारी

कोटा : केशोरायपाटन में स्थित भगवान केशवराय जी के मंदिर में साफ सफाई करने के दौरान चार दुर्लभ प्रजाति के उल्लू मिले. दुर्लभ बार्न आउल उल्लू की ऐसी प्रजाति है, जो शिकार करने में माहिर होती है. इसे खलिहान उल्लू भी कहते हैं. उल्लू की यह प्रजाति बेहद चालाक और तेज होती है. देश में बार्न आउल अब विलुप्ति के कगार पर हैं. खलिहान उल्लू को रात की दुनिया का मूक शिकारी कहा जाता है. दिन में यह छुपा रहता है या शांत इलाकों में घूमता है. यह सामान्य उल्लुओं से अधिक तेज आवाज निकालता है.
पुलिस उपाधीक्षक आशीष भार्गव ने बताया कि पुलिस, नगर पालिका और मंदिर प्रबंधन की ओर से सफाई अभियान चलाया गया था. मंदिर के अलग-अलग तल की सफाई की जा रही थी श्रमदान करते हुए पहली बार शिखर तक पहुंचे. वहां बार्न प्रजाति के चार उल्लू पक्षी मिले.
कोटा यूनिवर्सिटी में वाइल्ड विभाग की कोऑर्डिनेटर डॉक्टर सपना भार्गव ने बताया कि इस प्रजाति के उल्लू की संख्या बहुत कम होती जा रही है. इनका हाडोती में दिखाई देना आश्चर्य की बात है. अधिकांश आउल की लंबाई 33 से 39 सेमी (13 और 15 इंच) के बीच होती है, और पंखों का फैलाव 80 से 95 सेमी (31 से 37 इंच) तक होता है. सिर और पीठ पर पंख धूसर या भूरे रंग की धब्बेदार छाया के होते हैं; निचले हिस्सों पर यह सफेद से भूरे रंग में भिन्न होता है. यह उल्लू आवाज नहीं निकालता, बल्कि एक भयानक, लम्बी चीख निकालता है. यह उल्लू अपना बसेरा एक खोखले पेड़, पुरानी इमारत, या चट्टान में में अपना बसेरा करते है. इनकी संख्या बेहद कम है. ये विलुप्त होने के कगार पर हैं.
हवेली का उल्लूडॉ. सपना भार्गव ने बताया बार्न आउल ये काफी सुंदर दिखता है. उसका मुंह दिल के आकार का होता है, जबकि रंग मटमैला और हल्का भूरा होता है. शरीर पर हल्के काले छींटे होते हैं. इसे हवेली का उल्लू भी कहा जाता है. यह दिखने में बेहद आकर्षक लगता है. इसे भारत में इंडियन बॉर्न उल्लू और सफेद उल्लू के नाम से भी जाना जाता है.
दुर्लभ बार्न आउल उल्लू की ऐसी प्रजाति है, जो शिकार करने में माहिर होती है. इसे खलिहान उल्लू भी कहते हैं. उल्लू की यह प्रजाति बेहद चालाक और तेज होती है. ये उल्लू रात की दुनिया का मूक शिकारी कहा जाता है. दिन में यह छुपा रहता है या शांत इलाकों में घूमता है.
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FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 15:45 IST