Kota News : बूंदी में मकान के अंदर केले के पेड़ पर दिखा दुर्लभ प्रजाति का इंडियन स्कूप आउल
कोटा : कोटा संभाग के बूंदी शहर में देखा गया एक बेहद ही दुर्लभ प्रजाति का उल्लू, जिसका नाम है इंडियन स्कूप आउल ये उल्लू ज्यादातार घने जंगल में पाया जाता है. इनकी संख्या बिल्कुल कम बची हुई है. शहर में देखा जाना अपने आप में एक अलग ही मामला है. ये उल्लू अरब देशों से लेकर पूरे भारतीय उप महाद्वीप में पाया जाता है. अब जंगल जो खत्म होने की कगार पर हैं. इनके रहने का आवास बिल्कुल खत्म होता जा रहा है. पेड़ नहीं होने से इनके रहने के स्थान खत्म होते जा रहे हैं.
वन्य जीव प्रेमी दीपक वर्मा ने बताया कि उनके घर पर एक उल्लू रेगुलर आ रहा है. जो कि केले के पेड़ पर बैठता है जिसका नाम स्कूप आउल है. यह उल्लू बहुत दुर्लभ है. अब इनकी संख्या बहुत कम रह गई है. स्कूप आउल का मुख्य भोजन चूहे, छोटे पक्षी और उनके अंडे हैं. जंगल ख़त्म होने से इनको मजबूरन अपना बसेरा पेड़ों में बनाना पड़ रहा है. इसका यहां शहर के बीच में दिखना बिगड़ते हुए सकारात्मक तंत्र की और इशारा करता है और ये अपने आप अलग है.
वन्यजीव प्रेमी दीपक वर्मा ने बताया कि पहली बार इस स्कूप आउल को रिकॉर्ड किया है. यह उल्लू हमारी आंखों के सामने होता है तब भी दिखाई नही देता. यह उल्लू वातावरण के अनुसार अपने आप को परिवर्तित कर लेता है. यह अपने आप को झाड़ियों में ढ़ककर रखता है, गौर से देखने पर ही दिखाई देता है. भारतीय स्कूप उल्लू 23-25 सेमी (9.1-9.8 इंच) का यह एक छोटा उल्लू है, हालांकि यह स्कूप उल्लुओं में सबसे बड़ा है. अन्य स्कूल उल्लुओं की तरह, इसके सिर पर छोटे-छोटे गुच्छे या कान होते हैं. ऊपरी भाग भूरे या भूरे रंग के होते हैं, जो रूप पर निर्भर करता है, हल्के पीले रंग के धब्बे होते है. यह उल्लू रात के समय ही शिकार करते हैं.
FIRST PUBLISHED : October 2, 2024, 18:59 IST